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साइबर अपराधियों के टार्गेट में फाइनेंस कंपनी के ग्राहक, मिल रहे धमकी भरे कॉल - साइबर अपराध पुलिस

फाइनेंस कंपनी के ग्राहकों को साइबर अपराधियों द्वारा धमकी मिलने का मामला सामने आया है. ये साइबर अपराधी फाइनेंस कंपनी के ग्राहकों की सूची चुराकर उन्हें कॉल करते हैं तथा उनके बताए बैंक खातों में ईएमआई भरने को कहते हैं. ऐसा नहीं करने पर फाइनेंस पर लिये गए सामान जब्त करने की धमकी दी जा रही है. ये मामला साइबर पुलिस के संज्ञान में आने के बाद इसकी जांच शुरू हो गई है.

साइबर अपराध
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Published : Jul 5, 2022, 4:33 PM IST

हैदराबाद :फाइनेंस कंपनी के ग्राहकों को साइबर अपराधी अपना टार्गेट बना रहे हैं. हाल ही में एक फाइनेंस कंपनी के ग्राहकों को अज्ञात कॉल मिले थे, जो ईएमआई भरने को कह रहे थे. ऐसा नहीं करने पर फाइनेंस पर लिये गए सामानों को जब्त कर लेने की धमकी दी जा रही है. जब ग्राहकों ने इसकी शिकायत कंपनी से की, तब पता चला कि ये कॉल कंपनी से नहीं बल्कि फेक थे और ग्राहकों ने जिन खातों में ईएमआई भरा है, वे किसी कंपनी से लिंक नहीं है.

जानकारी के मुताबिक, हाल ही में टाटा मोटर्स फाइनेंस लिमिटेड को अपने ग्राहकों से शिकायत मिली कि कंपनी की ओर से उन्हें ईएमआई भरने को कहा जा रहा है और नहीं भरने पर फाइनेंस पर लिये गए सामान जब्त कर लिये जाने की धमकी मिल रही है. जब कंपनी ने पता लगाया, तो ये धमकियां उनकी कंपनी से नहीं बल्कि साइबर अपराधियों द्वारा दिये जाने का पता चला. कंपनी ने साइबर क्राइम पुलिस से इस संबंध में संपर्क किया और कहा कि साइबर अपराधी उन लोगों को फोन कर धमका रहे हैं, जिन्होंने कंपनी से किश्तों में कार, आटो और कार्गो वाहन खरीदे हैं.

कंपनी के एक प्रतिनिधि ने बताचा, 'कुछ दिनों से, अज्ञात व्यक्ति वित्त नीति के तहत टाटा मोर्टस फाइनेंस कंपनी से कार और ऑटो लेने वाले कई लोगों को फोन कर ईएमआई का भुगतान करने के लिए कह रहे हैं. कार लेने वाले चार या पांच लोगों ने सोचा कि टाटा मोटर्स ने उन्हें फोन किया और क्रमशः 20,000 रुपये और 10,000 रुपये का भुगतान कर दिया.'

पीड़ितों ने कहा कि जब उन्होंने उन खातों की जांच की, जिनमें ईएमआई की रकम भरी, तो वे कंपनी से लिंक नहीं थे. कंपनी के प्रतिनिधियों ने पुलिस से निवेदन किया है कि जिन लोगों ने उनके ग्राहकों की सूची चुराई है और इस प्रकार की धोखाधड़ी कर रहे हैं, उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए. ये मामला साइबर पुलिस के संज्ञान में आने के बाद इसकी जांच शुरू हो गई है.

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