सहारनपुर:एक ओर सीएम योगी आदित्यनाथ योगी माफियाओं के खिलाफ बुल्डोजर चलाने की कार्रवाई का दावा कर रहे हैं. वहीं, सहारनपुर जनपद का मोस्ट वांटेड खनन माफिया पूर्व बसपा एमएलसी हाजी इकबाल ने बुल्डोजर कार्रवाई को ठेंगा दिखाया है. आरोप है कि एक लाख का इनामी का पासपोर्ट जब्त होने के बाद भी भारत छोड़ कर विदेश भाग गया है. जहां दुबई से मोस्ट वांटेड हाजी की एक कारोबारी के साथ फेसबुक आईडी पर फोटो पोस्ट की गई है. फोटो वायरल होने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. विदेश से कारोबारी के साथ आई हाजी की फोटो जिले में ही नहीं, बल्कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है.
मंत्री रहकर बेनामी संपत्तियां अर्जित कीं
तहसील बेहट के गांव मिर्जापुर पोल निवासी हाजी इकबाल ने बसपा शासनकाल में अवैध खनन कर बेनामी संपत्तियां अर्जित की थीं. अकूत संपत्ति के बल पर हाजी तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती के चहेता बन गए थे. जिसके बाद मायावती ने हाजी इकबाल उर्फ बाल्ला को बसपा से एमएलसी बना दिया था. इतना ही नहीं उनका कार्यकाल समाप्त होने के बाद उनके छोटे भाई महमूद अली को एमएलसी बना दिया. इस खनन के काले कारोबार को चलाने के लिए सचिवालय और मंत्रालय में उनकी एंट्री बनी रही. लेकिन 2017 में योगी सरकार आई तो पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल के काले कारनामों से पर्दा उठता चला गया. सीबीआई से लेकर ED और आयकर विभाग की जांच में हाजी इकबाल माफिया साबित हो गया.
हाजी के खिलाफ दी गई तहरीर रद्दी डिब्बों में डाली गई
हाजी इकबाल ने बसपा शासन में न सिर्फ स्थानीय लोगों की जमीनों पर कब्जे किए थे, बल्कि उनके साथ मारपीट और धोखाधड़ी कर उनके खिलाफ झूठे मुकदमे भी लिखवाए थे. जबकि उनके खिलाफ दी गई तहरीर रद्दी के डिब्बे में डाल दी जाती थी. लेकिन बीजेपी की सरकार आने पर पीड़ितों ने हाजी इकबाल और उनके परिजनों के खिलाफ धोखाधड़ी, मारपीट, जमीन कब्जाने और दुष्कर्म की धाराओं में दर्जनों मुकदमे दर्ज कराए. पुलिस की जांच में सभी मुकदमे सही पाए गए, तो पुलिस ने खनन माफिया हाजी इकबाल के 4 बेटों, एमएलसी रहे भाई महमूद अली को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. लेकिन हाजी इकबाल अंडरग्राउंड हो गया था. उसकी तलाश सहारनपुर पुलिस कर रही थी.
2 हजार करोड़ की संपत्ति कुर्क
सहारनपुर पुलिस ने 30 मुकदमा दर्ज होने के बाद हाजी इकबाल को भगौड़ा घोषित कर दिया था. साथ ही उनकी करीब 2 हजार करोड़ की संपत्तियों को भी कुर्क कर लिया. इसके बावजूद भी हाजी इकबाल पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा. बता दें कि हाजी इकबाल के भाई पूर्व एमएलसी महमूद अली और उनके चारों पुत्र विभिन्न मामलों में जेल में बंद हैं.