शामली:यूपी एसटीएफ ने छापा मारकर आईएसआई एजेंट कलीम को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आईएसआई एजेंट हाल ही में मां-बाप के साथ पाकिस्तान की जेल से रिहा होकर भारत आया था. एसटीएफ ने गिरफ्तार अभियुक्त समेत 2 अन्य एजेंटों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पूछताछ कर रही है. सूत्रों के अनुसार इस परिवार को आईएसआई के इशारे पर जेल से रिहा कर हिंदुस्तान भेजा गया था.
अगस्त में पहुंचे थे शामलीःदरअसल, वर्ष 2022 में शामली के मोहल्ला नौकुआ निवासी नफीस अहमद (70), पत्नी आमना और बेटा कलीम पाकिस्तान रिश्तेदारी में गए थे. जहां से वापस लौटते समय पाकिस्तानी कस्टम अधिकारियों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. हाल ही में 11 अगस्त को परिवार के तीनों सदस्यों को पाकिस्तान अथॉरिटी द्वारा रिहा करते हुए वाघा-बार्डर पर भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को सौंप दिया गया था. जिसके बाद परिवार के तीनों लोगों को शामली लाने के लिए एक विशेष टीम भी वाघा-बार्डर पर भेजी गई थी. 13 अगस्त को परिवार के तीनों लोग शामली पहुंचे थे. इसके बाद से परिवार के लोग बुजुर्ग महिला आमना की बीमारी का बहाना बनाकर हुए भूमिगत हो गए थे.
जानकारी लीक होने का दावा:विशेष इनपुट के आधार यूपी एसटीएफ यूनिट ने शामली में छापेमारी करते हुए पाकिस्तान से लौटे कलीम को बुधवार को गिरफ्तार किया. एसटीएफ अधिकारियों के मुताबिक कलीम और उसका बड़ा भाई तहसीम (फरार) आईएसआई के एजेंट है. वहीं, सहारनपुर निवासी युसुफ समसी का भी नाम सामने आया है, जो आईएसआई के इशारे पर भारत में देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं. एसटीएफ ने कलीम से पूछताछ में देश की सुरक्षा से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां लीक होने का भी दावा किया है.
मुजाहिदीन की जमात बनाने की तैयारी में था :एसटीएफ के सूत्रों के मुताबिक जांच पड़ताल में यह सामने आया है कि कलीम 4-5 दिन पहले पाकिस्तान से रिहा होकर भारत आया था. जिसे आईएसआई द्वारा भारत में जेहाद फैलाने के लिए प्रेरित किया गया था और वह यहां आने के बाद से ही भारत में मुजाहिदीन की जमात बनाने की तैयारी में था. वह यहां लोगों को अपने साथ जोड़ रहा था. पुलिस ने कलीम के कब्जे से 2 मोबाइल फोन भी बरामद किया गया है. एक फोन से कुछ व्हाट्सअप चैट भी मिले हैं. सूत्रों के मुताबिक कलीम का बड़ा भाई तहसीम उर्फ तासीम भी इस पूरे नेटवर्क से जुड़ा हुआ है. आरोपियों द्वारा देश की अखण्डता एवं संप्रभुता व सामाजिक सौहार्द को विखण्डित करने एवं भारत देश की आंतरिक व बाह्य सुरक्षा को क्षति कारित करने के उद्देश्य से पाकिस्तान में आईएसआई व विभिन्न आतंकवादी संगठनों के नंबरों पर भारत के आर्मी स्थलों के फोटोग्राफ्स भी भेजे गए हैं. इसके अलावा भारतीय सेना के राफेल विमान के फोटो ग्राफ भी भेजे जाने की पुष्टि हुई है.