लखनऊ:सीबीआई लखनऊ एंटी करप्शन ब्रांच ने हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) के नार्थ सेंट्रल जोन के महाप्रबंधक अनुराग श्रीवास्तव पर आय से अधिक संपत्ति के मामले में शनिवार को केस दर्ज किया है. इस मामले में एचपीसीएल के चीफ विजिलेंस अधिकारी ने उनके खिलाफ शिकयात दर्ज कराई थी. आरोप है कि महाप्रबंधक अनुराग श्रीवास्तव ने अप्रैल 2013 से अप्रैल 2017 के बीच लखनऊ में चीफ रीजनल मैनेजर के पद पर रहते हुए आय से अधिक संपत्तियां जुटाई थी.
इन बैंक खातों की हुई जांच. जांच में यह तथ्य सामने आए.
इसकी शिकायत एचपीसीएल मुंबई के चीफ विजिलेंस ऑफिसर एके तिवारी ने की थी. आरोप सही पाए जाने पर उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का केस दर्ज करने की सिफारिश कर दी गई. विजिलेंस जांच में सामने आया था कि अनुराग श्रीवास्तव और उनके परिजनों के नाम पर एक करोड़ 22 लाख 43 हजार 788 रुपये की चल-अचल संपत्तियां हैं जो कि उनकी आय के समस्त वैध स्रोतों से 92.38 फीसद अधिक है. इसके बाद अनुराग श्रीवास्तव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का केस दर्ज करने की सीबीआई से सिफारिश कर दी गई.
सीबीआई लखनऊ एंटी करप्शन ब्रांच की जांच में सामने आया कि अनुराग श्रीवास्तव 16 दिसंबर 1985 को एचपीसीएल में नियुक्त हुए थे. मार्च 2022 तक उनकी कुल आय 2.97 करोड़ रुपये थी जबकि अनुराग और उनकी पत्नी ने संपत्तियों की खरीद और अन्य निवेश में 8 करोड़ 56 लाख 67 हजार 974 रुपये व्यय किए हैं. इसमें पीपीएफ, पेंशन स्कीम, शेयर और म्यूचुअल फंड, सावधि जमा, लखनऊ के गोमतीनगर विस्तार में फ्लैट, दुकान, ट्रांसपोर्ट नगर में गोदाम, नागपुर में भूखंड, लखनऊ के कबीर मार्ग में फ्लैट शामिल हैं. जांच में यह सामने आया कि उनकी पत्नी नमिता श्रीवास्तव की आय का स्रोत केवल इन संपत्तियों से मिलने वाला किराया है. साथ ही यह भी सामने आया कि अनुराग श्रीवास्तव और उनके आश्रित लखनऊ में 11 और महाराष्ट्र के औरंगाबाद में एक बैंक खाता संचालित किया जा रहा है. शनिवार को सीबीआई ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया. सीबीआई मामले की जांच में जुटी हुई है.
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