नई दिल्ली : वरिष्ठ स्वास्थ्य विशेषज्ञ और दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज की प्रमुख डॉ. सुनीला गर्ग ने गुरुवार को एक विशेष साक्षात्कार में ईटीवी भारत को बताया कि 2022 के अंत तक या 2023 की शुरुआत में, देश के प्रत्येक व्यक्ति को वैक्सीन मिलने की संभावना है.
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की सलाहकार डॉ. गर्ग ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को वैक्सीन की दो खुराक की आवश्यकता होती है. यदि हम अपने कोल्ड स्टोरेज और सप्लाई चेन की आपूर्ति एक सुव्यवस्थित तरीके से करते हैं, तो यह उम्मीद की जा सकती है कि 2022 या 2023 के अंत तक भारत के प्रत्येक नागरिक को कोरोना वैक्सीन मिल जाएगी.
हालांकि, यह उस वैक्सीन निर्माता पर भी निर्भर करता है, जो वैक्सीन की आपूर्ति करेगा.
ऑक्सफोर्ड वैक्सीन उम्मीदवार का निर्माण करने वाले सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के सीईओ अदार पूनावाला ने हाल ही में कहा था कि अब से लगभग 2-3 साल बाद ही हर भारतीय को वैक्सीन मिल सकेगी.
केंद्र सरकार ने पहले ही नागरिकों के बीच कोविड-19 वैक्सीन के वितरण के लिए प्राथमिकता के आधार पर एक ब्लू प्रिंट तैयार किया है, जिसके तहत फ्रंट लाइन स्वास्थ्यकर्मियों, पुलिसकर्मियों और सफाईकर्मियों को सबसे पहले वैक्सीन दी जाएगी और फिर 50 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को वैक्सीन मिलेगी. उसके बाद सह-रुग्णता वाले व्यक्ति को टीका लगाया जाएगा.