चंड़ीगढ़.पंजाब की जेलों में बंद जो कैदी कोरोना संक्रमित पाए जा रहे हैं, उनके प्रति पूरी एहतियात बरती जा रही है. उनको अलग अलग जगहों पर रखा जा रहा है. इसके इलावा जेलों की साफ-सफाई कराई जा रही है. कैदियों की मेडिकल जांच भी की जा रही है लेकिन बढ़ते आंकड़े विभाग को चिंता में डाल रहे हैं.
जेलों में स्थिति के बारे ईटीवी भारत ने एडीजीपी पीके सिन्हा से बातचीत की है. एडीजीपी बताया कि वर्तमान में पंजाब की जेलों में 250 कैदी कोरोना पॉजिटिव हैं. नाभा जेल में 42 महिला कैदी कोरोना संक्रमित हैं. जो कुल संख्या का 50 प्रतिशत है. इसी तरह अमृतसर जेल में भी 50 प्रतिशत महिला कैदी कोरोना संक्रमित हैं.
उन्होंने कहा कि जेल में एक बैरक, दूसरे बैरक के साथ मिक्स नहीं होता जहां इस चीज का ख्याल रखा जा रहा है. वहीं गुरदासपुर में ज्यादा केस आए हैं उसका कारण यह है कि वहां नए कैदी आए थे. हालांकि जब भी कोई नया कैदी आता है तो पुलिस की तरफ से उसका कोरोना टेस्ट किया जाता है.
रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही उसको जेल भेजा जाता है परन्तु कई बार देखने में आया कि टेस्ट की रिपोर्ट तो निगेटिव आ जाती है लेकिन उसको हलके लक्षण होते हैं. 2-3 दिन बाद उसको इन्फेक्शन नजर आ जाता है. इसलिए जब कोई नया कैदी आता है तो उसको 10 दिन के लिए अलग रखा जाता है.