बेंगलुरु : कर्नाटक पुलिस ने शुक्रवार को ऑटोलिफ्टर गैंग का पर्दाफाश किया है जिसका सरगना एक पुलिसकर्मी है. उसके कब्जे से 53 बाइक बरामद की गई हैं, जिनकी कीमत करीब 77 लाख रुपये है.
कर्नाटक में ऑटोलिफ्टर गैंग पकड़ा गया पकड़ा गया आरोपी क्राइम ब्रांच का पुलिसकर्मी होन्नप्पा दुरदप्पा मलागी (Honnappa Duradappa Malagi) है, जो विद्यारण्यापुरा पुलिस स्टेशन (Vidyaranyapura police station) से अटैच है. उसके अपराध में शामिल रमेश (Ramesha) नाम के एक अन्य व्यक्ति को भी पकड़ा गया है, जो कपड़े की दुकान में काम करता है. उसके खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस आरोपी सिपाही से पूछताछ के बाद बाइक उठाने वाले दो नाबालिग लड़कों से भी पूछताछ कर रही है. डीसीपी (पश्चिम) संजीव पाटिल के अनुसार आरोपी बेंगलुरु में दोपहिया वाहन चोरी करते थे और दावणगेरे, रानीबेन्नूर, ब्यादगी और अन्य स्थानों पर औने-पौने दामों पर बेचते थे.
शातिर तरीका अपनाया
संजीव पाटिल के अनुसार ये वाहन चोर इतने शातिर हैं कि इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि ये पहले ऑनलाइन पोर्टलों पर जाकर ऐसे वाहनों का डीटेल जान लेते थे, जिन्हें बेचेने के लिए लोंगों ने जानकारी डाल रखी हो. जैसे वाहन का नंबर, रजिस्ट्रेशन नंबर आदि. फिर ये वही रजिस्ट्रेशन नंबर चोरी की गई बाइक या अन्य वाहनों पर लगाकर बेच देते थे. वे ग्राहकों से कहते थे कि वाहनों के दस्तावेज नहीं दिए जा सकते क्योंकि बैंक ऋण चुकाना पड़ता है. जब भी नाबालिग लड़के बाइक चोरी के बाद पुलिस की गिरफ्त में आते थे तो आरोपी पुलिसवाले को फोन कर बताते थे कि वे उसके रिश्तेदार हैं.
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मलागी नंदिनी लेआउट, यशवंतपुर, एचएमटी लेआउट, जलागल्ली क्रॉस, हेब्बल, ज्ञानभारती, पीन्या, राजगोपालनगर और अन्य क्षेत्रों में बाइक चोरी के मामलों में शामिल था. डीसीपी पाटिल ने लोगों से सेकेंड हैंड वाहन खरीदते समय सावधानी बरतने की अपील की है.