तुमकुर/बेंगलुरु :कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही लामबंदी के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जी परमेश्वर ने मंगलवार को कहा कि यदि पार्टी आलाकमान उनसे यह जिम्मेदारी लेने के लिए कहता है तो वह इसके लिए तैयार हैं. प्रदेश के कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष ने यह भी कहा कि आलाकमान पार्टी के लिए की गई उनकी सेवा से अवगत है तथा उन्हें यह नहीं लगता कि (मुख्यमंत्री) पद के लिए लामबंदी की जाए.
पूर्व उप मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, 'अगर आलाकमान फैसला करता है और मुझसे सरकार चलाने के लिए कहता है तो मैं जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार हूं.'
परमेश्वर का कहना था, 'मुझे पार्टी आलाकमान में विश्वास है. मेरे कुछ निश्चित सिद्धांत हैं. मैं करीब 50 विधायकों को साथ ले सकता हूं और शोरगुल कर सकता हूं, लेकिन मेरे लिए पार्टी का अनुशासन महत्वपूर्ण है. अगर मेरे जैसे लोग चीजों का अनुसरण नहीं करते हैं तो पार्टी में कोई अनुशासन नहीं रहेगा. मैंने कहा है कि अगर आलाकमान मुझे जिम्मेदारी देता है तो मैं इसे लूंगा. मैंने यह नहीं कहा है कि मैं इसे नहीं लूंगा.'
उन्होंने कहा, 'वे (आलाकमान) भी अवगत हैं कि मैंने पार्टी के लिए काम किया है और (प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद के रूप में) आठ साल पार्टी की सेवा की और (2013) में इसे सत्ता में लाया. मैंने उप मुख्यमंत्री के रूप में भी सेवा की है. वे सबकुछ जानते हैं. इसलिए मुझे लगता है कि पद के लिए कहने या लामबंदी करने की कोई जरूरत नहीं है. मैं चुप हूं. इसका मतलब यह नहीं है कि मैं सक्षम नहीं हूं. मैं सक्षम हूं और यदि जिम्मेदारी दी जाती है तो मैं उसे निभाऊंगा.'
उधर, कोराटागेरे विधानसभा क्षेत्र से विधायक और पूर्व उपमुख्यमंत्री परमेश्वर (former Deputy Chief Minister Parameshwar) को मुख्यमंत्री बनाने की मांग को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने तुमकुर में भारी विरोध प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं ने पोस्टर लेकर मांग की कि दलित समुदाय के किसी व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए.
तुमकुर शहर में कांग्रेस कार्यालय से प्रदर्शनकारियों ने भद्रम्मा सर्कल के पास तक मार्च किया. कुछ देर तक विरोध करने के बाद आलाकमान से मांग की कि परमेश्वर को मुख्यमंत्री पद देने पर विचार किया जाना चाहिए.