लखनऊ :उत्तर प्रदेश कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पेगासस फोन जासूसी के विरोध में प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारियों और व कार्यकर्ताओं को शामिल होना था. लेकिन इससे पहले कि वो जासूसी कांड के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल होने के लिए घर से बाहर निकलते, उनको पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर दिया.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, नेता विधानमंडल दल आराधना मिश्रा, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष वेद प्रकाश त्रिपाठी, राजीव गांधी पंचायती राज के चेयरमैन शैलेंद्र तिवारी को पुलिस ने नजरबंद कर दिया. कांग्रेस नेता परिवर्तन चौक से लेकर राजभवन तक पैदल मार्च करना चाहते थे. कांग्रेस नेताओं राज भवन पहुंचकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपते, लेकिन उनके मनसूबों पर पानी फिर गया.
फोन टैपिंग के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी के आह्वान पर राजधानी लखनऊ में परिवर्तन चौक से लेकर गवर्नर हाउस तक शांति मार्च का प्लान बनाया था. पार्टी के नेता और कार्यकर्ता हाई कोर्ट चौराहे पर शांति मार्च के लिए जमा भी हुए थे, लेकिन बड़ी संख्या में तैनात पुलिस बल ने नेताओं को शांति मार्च करने से पहले रोक लिया. कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी और नेता विधान परिषद दीपक सिंह के साथ ही शहर अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव अज्जू और दिलप्रीत सिंह को भी हिरासत में ले लिया.
कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार लोगों की जासूसी में व्यस्त है. हमारे नेता राहुल गांधी की जासूसी करा रही है. पत्रकारों की जासूसी करा रही है. यह लोकतंत्र के लिए सही नहीं है. कांग्रेस पार्टी इसका विरोध करती है. कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि हम यहां पर फोन टैपिंग के विरोध में प्रदर्शन के लिए जमा हुए थे, लेकिन पुलिस ने शांति मार्च नहीं करने दिया.