हैदराबाद : चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बिना नाम लिए ही कांग्रेस पार्टी पर तीखा तंज कसा है. उन्होंने कहा कि अगर लखीमपुर खीरी घटना के बाद सक्रियता दिखाने से विपक्ष को बढ़त मिल जाएगी, ऐसा कोई सोचता है, तो वह बहुत बड़ी गलतफहमी पाल रहा है. उनके इस ट्वीट से यह भी साफ हो गया है कि वह कांग्रेस ज्वाइन नहीं करने जा रहे हैं. हालांकि, कुछ दिनों पहले तक यह चर्चा थी कि पीके कांग्रेस का हाथ थाम सकते हैं.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली ने तब कहा था कि पीके कांग्रेस में आते हैं, तो उनका स्वागत होगा. लेकिन आज के ट्वीट से लगता है कि पीके और कांग्रेस के बीच बात नहीं बनी. अब तो कहा जा रहा है कि कहीं पीके ने टीएमसी के इशारे पर तो टिप्पणी नहीं की है.
पीके ने ट्वीट किया कि विपक्षी पार्टी (कांग्रेस) के सामने गंभीर समस्या है. ढांचागत बदलाव की जरूरत है. समाधान जड़ से ही खोजनी होगी. दुर्भाग्यवश इसका को क्विक-फिक्स (तुरंत) समाधान नहीं है. एक आंदोलन और पार्टी खड़ी हो जाएगी, ऐसा नहीं होता है.
आपको बता दें कि प. बंगाल में टीएमसी की जीत में पीके की बहुत बड़ी भूमिका मानी जाती है. पीके ने चुनाव से पहले ही यह कहकर सबको चौंका दिया था कि भाजपा 100 सीट से नीचे रहेगी और ऐसा नहीं होता है, तो वह अपना काम छोड़ देंगे. तब सबने पीके के इस बयान पर हैरानी जताई थी.
लेकिन परिणाम सामने आने पर सबने पीके की दाद मान ली. उसके बाद राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा तेजी से पकड़ी कि वह या तो टीएमसी ज्वाइन कर सकते हैं या फिर कांग्रेस पार्टी में शामिल होंगे. उन्होंने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात भी की थी.