नई दिल्ली :कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव होना है, जबकि पंजाब के जालंधर में उपचुनाव होगा. उससे पहले कांग्रेस ने दोनों सरकारों द्वारा नियमों के कथित उल्लंघन को लेकर सोमवार को भारत के चुनाव आयोग से शिकायत की. जहां पार्टी को दक्षिणी राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा से सत्ता हासिल करने की उम्मीद है, वहीं जालंधर लोकसभा उपचुनाव, पंजाब में सबसे पुरानी पार्टी के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गया है.
ईसी से मिलने कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने किया. उनके अनुसार, ' चुनाव आयोग से पार्टी ने मांग की है कि कर्नाटक सरकार के विभिन्न विभागों के साथ-साथ राज्य से संबंधित केंद्र सरकार के सभी निविदाओं और बोलियों को स्वतंत्र और निष्पक्ष हित में रोक दिया जाए.'
खुर्शीद ने कहा कि पार्टी ने विभिन्न विज्ञापनों के संबंध में कांग्रेस को अनुमति देने से इनकार करने के बारे में भी शिकायत की. चुनाव आयोग से कांग्रेस नेताओं ने कहा कि 'अतीत में, भाजपा ने बिना किसी संयम के कर्नाटक में सबसे पुरानी पार्टी के खिलाफ बदनाम करने का अभियान चलाया था.' खुर्शीद ने कहा कि 'फिर भी कांग्रेस को उन विज्ञापनों को चलाने की अनुमति नहीं दी जा रही है जो उसकी तुलना में बहुत कम हैं.'
कांग्रेस के दिग्गज नेता के अनुसार, दक्षिणी राज्य में आदर्श आचार संहिता की घोषणा से 48 घंटे पहले कर्नाटक में भाजपा सरकार द्वारा विभिन्न निविदाएं जारी की गईं. उन्होंने कहा कि '16,000 करोड़ रुपये की चौंका देने वाली ये निविदाएं राज्य के चुनावों के नतीजों को प्रभावित करने का प्रत्यक्ष और खुल्लमखुल्ला प्रयास है. हमने ईसीआई से प्रार्थना की कि इनकी जांच की जाए, उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों को दंडित किया जाए और उन्हें कम से कम चुनाव के समापन तक प्रतिबंधित किया जाए.'