नई दिल्ली : महाराष्ट्र में मंदिरों को खोलने की अनुमति नहीं देने का भारतीय जनता पार्टी विरोध कर रही है, जिसपर सीएम उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) ने मंगलवार को कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कोरोना के बीच कुछ लोग यात्राएं निकालना चाहते हैं और आम आदमी के जीवन को खतरे में डाल रहे हैं.
उन्होंने कहा, ' केंद्र सरकार (Central Govt) ने यह कहा है कि कोविड-19 की तीसरी लहर की उम्मीद है और राज्यों को एक पत्र के माध्यम से दही हांडी और गणेशोत्सव (Dahi Handi and Ganeshotsav) के दौरान सभाओं से बचने के लिए कहा है. हमें यह पत्र उन्हें दिखाना चाहिए, जो विरोध करना चाहते हैं.
सीएम ने कहा कि कुछ लोग यात्राएं निकालना चाहते हैं. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. लोग आयोजन कर रहे हैं और आम आदमी के जीवन (life of the common man ) को खतरे में डाल रहे हैं.
बता दें कि महाराष्ट्र में मंदिरों को खोलने की अनुमति नहीं देने के विरोध में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को राज्य के कई शहरों में प्रदर्शन किया.
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इस दौरान कई जगहों पर धरने प्रदर्शन के दौरान सामाजिक दूरी के नियमों का पालन नहीं किया गया. भाजपा के आध्यात्मिक आघाड़ी द्वारा पुणे, मुंबई, नासिक, नागपुर, पंढरपुर, औरंगाबाद और अन्य स्थानों पर प्रदर्शन का आयोजन किया गया, जहां प्रदर्शनकारियों ने घंटी और शंख बजाया. पुणे और औरंगाबाद में, भाजपा कार्यकर्ताओं ने बंद मंदिरों में जबरन घुसने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पिछले हफ्ते दही हांडी कार्यक्रम के आयोजकों से कहा था कि राज्य को कोरोना वायरस के संक्रमण से पूरी तरह छुटकारा मिलने तक, कुछ समय के लिए उत्सवों का आयोजन न कर एक मिसाल कायम करनी चाहिए. उन्होंने कहा था कि महामारी के दौरान नागरिकों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जानी चाहिए