प. बंगाल: कूचबिहार में BJP-TMC कार्यकर्ता आपस में भिड़े, एक की मौत
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव से पहले हिंसा का दौर जारी है. कूचबिहार के दिनहाटा में बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प में गोली लगने से टीएमसी के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई है, जबकि पांच लोग घायल हुए हैं.
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Published : Jun 27, 2023, 10:28 AM IST
दिनहाटा:पश्चिम बंगाल में 8 जुलाई को होने वाले पंचायत चुनाव से पहले हिंसा का दौर जारी है. कूचबिहार के दिनहाटा के गीतलदाह के जरीधरला गांव में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थकों के बीच खूनी झड़प हो गई. इस झड़प में गोली लगने से एक की मौत हो गई, जबकि पांच लोग घायल हो गए है. घायलों को तुरंत कूचबिहार के नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
कूचबिहार के एसपी सुमित कुमार ने बताया कि जानकारी के मुताबिक पांच लोगों को गोली लगी है, जिनमें से एक बाबू हक की मौत हो गई है. बताया कि जरीधरला गांव से झड़प की खबरें थीं, इसलिए आज सुबह जरीधाला ग्राम पंचायत के अशांत क्षेत्र में पुलिस बल भेजा गया था. अभी तक झड़प का कारण पता नहीं चल पाया है. कुमार ने बताया कि स्थिति शांतिपूर्ण है और पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद हैं.
फिलहाल नियंत्रण में- एसपी:एसपी सुमित कुमार ने लोगों को आश्वासन दिया कि दुर्गम इलाका होने के कारण पुलिस बलों की त्वरित तैनाती में कठिनाई के बावजूद स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है. गौरतलब है कि यह घटना भारत और बांग्लादेश के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित इलाके में हुई. स्थानीय सूत्रों के अनुसार हिंसा तब घातक हो गई, जब पांच लोग गोली लगने से घायल हो गए, दुख की बात है कि उनमें से बाबू हक की मौत हो गई.
स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन पर हमला किया, जिसके बाद झड़प हुई. उन्होंने कहा कि बीजेपी हमें लगातार उकसा रही है और झड़पों में शामिल कर रही है. बीजेपी के कार्यकर्ता लोगों को डराने की कोशिश कर रहे हैं और हमारे लोगों को चुनाव प्रचार करने से रोक रहे हैं. कल भी उन्होंने बिना किसी उकसावे के हम पर हमला किया.
बीजेपी ने किया खंडन:हालांकि, बीजेपी ने इस आरोप का खंडन किया और कहा कि यह झड़प तृणमूल कांग्रेस की आंतरिक प्रतिद्वंद्विता का नतीजा है और बीजेपी का इससे कोई लेना-देना नहीं है. यह झड़प 8 जून को पंचायत चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद से पश्चिम बंगाल में राजनीति से प्रेरित हिंसक घटनाओं की बढ़ती सूची में शामिल हो गई है. दुखद बात यह है कि अब तक कुल नौ लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें टीएमसी के पांच, कांग्रेस पार्टी के दो और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारतीय धर्मनिरपेक्ष मोर्चा और भाजपा के एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है.