अमरावती: चीफ जस्टिस एनवी रमना सीजेआई बनने के बाद पहली बार अपने पैतृक गांव पोन्नावरम पहुंचे. इस दौरान ग्रामीणों ने चीफ जस्टिस का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया. ग्रामीणों ने चीफ जस्टिस को बैलगाड़ी पर बैठाकर गांव ले गए, साथ ही फूल मालाओं से उनका स्वागत किया.
चीफ जस्टिस एनवी रमना ने पोन्नावरम गांव स्थित शिव मंदिर में पूजा-अर्चना की. चीफ जस्टिस अपने पैतृक गांव पोन्नावरम में तकरीबन चार घंटे रुके. इस दौरान केशिनेनी, उमा, कोनाकल्ला और बुद्धप्रसाद ने चीफ जस्टिस का का स्वागत किया. जिलाधिकारी जे. निवास और एसपी सिद्धार्थ कौशल ने चीफ जस्टिस का गरिकापाड़ा चेकपोस्ट पर गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया.
बता दें कि एनवी रमना भारत के मुख्य न्यायाधीश हैं. न्यायमूर्ति एनवी रमना का जन्म 27 अगस्त 1957 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के पोन्नावरम गांव में एक किसान परिवार में हुआ था. 10 फरवरी 1983 को उन्होंने अपना रजिस्ट्रेशन कराया और आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय में प्रैक्टिस शुरू की.