श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया है कि श्रीनगर और बांदीपोरा में लोगों की चुन-चुनकर हत्या करने के हाल के चार मामलों में से दो को इन घटनाओं में शामिल आतंकवादियों को मार गिराए जाने के साथ ही सुलझा लिया गया है. उन्होंने बताया, 'पिछले 24 घंटों में शोपियां के दो गांवों तुलरान और फेरीपुरा में आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना मिलने के बाद दो आतंकवाद रोधी अभियान चलाए गए, जिसमें पांच आतंकवादी मारे गए. मृत आतंकवादियों में मुख्तार शाह शामिल है, जो श्रीनगर के लाल बाजार इलाके में एक गैर स्थानीय विक्रेता की हत्या में शामिल था.'
प्रवक्ता ने बताया कि खुफिया सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने दक्षिण कश्मीर के दो गांवों की घेराबंदी की और वहां तलाश अभियान चलाया. उन्होंने बताया कि तुलरान में आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने का बार-बार मौका दिया गया लेकिन उन्होंने सुरक्षाबलों के संयुक्त दलों पर अंधाधुंध गोलियां चलायीं, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गयी.
उन्होंने कहा, 'अंधेरे के कारण अभियान निलंबित कर दिया गया लेकिन घेराबंदी जारी रही. सुबह-सुबह आतंकवादियों को आत्मसमर्पण के लिए कहते हुए बार-बार घोषणाएं की गयीं, लेकिन उन्होंने फिर से संयुक्त तलाश दल पर गोलियां चलाईं और सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की.'
अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए और मुठभेड़ स्थल से उनके शव बरामद किए गए. उन्होंने मृतक आतंकवादियों की पहचान शोपियां के रे कापरेन निवासी दानिश हुसैन डार, पहलीपुरा निवासी यवर हुसैन नाइकू और मध्य कश्मीर के गंदेरबल में सिंदबल निवासी मुख्तार अहमद शाह के रूप में की है.
उन्होंने बताया कि ये तीनों आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से संबद्ध द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) से जुड़े थे. उन्होंने बताया, 'पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार मृत आतंकवादियों के प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (टीआरएफ) से संबंध थे और सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर हमले और नागरिकों पर अत्याचार समेत कई आतंकी अपराध के मामलों में शामिल समूहों का हिस्सा थे.'
पुलिस अधिकारी ने कहा, 'यह उल्लेख करना उचित है कि मुख्तार शाह श्रीनगर के लाल बाजार इलाके में एक गैर स्थानीय फेरी वाले की हत्या में शामिल था और अपराध को अंजाम देने के बाद शोपियां चला गया था.'