नई दिल्ली : सीआईए ने भारत के महान वैज्ञानिक डॉ. होमी जहांगीर भाभा और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की हत्या करवाई थी. यह दावा हाल ही में लिखी गई एक किताब में किया गया है. इसके लेखक हैं ग्रेगोरी डगलस. उन्होंने अपनी किताब में अमेरिकी इंटेलिजेंस के पूर्व अधिकारी रॉबर्ट क्राउले के हवाले से यह दावा किया है. इस किताब के दो पन्ने ट्विटर पर वायरल हैं.
इसके अनुसार इस किताब में लिखा गया है कि सीआईए ने दुनिया को परमाणु त्रासदी से बचा लिया. रॉबर्ट के हवाले से बताया गया है कि भारतीय जो गायों से प्यार करते थे और इस बात को लेकर हांकते थे कि वो कितने चालाक हैं. वो भी परमाणु शक्ति बनने की तरफ थे. किताब में रॉबर्ट के हवाले से बताया गया है कि, वह भाभा को 'जोकर' कहकर संबोधित करते थे. रॉबर्ट के मुताबिक उस 'भारतीय' ने यह तय कर रखा था कि भारत को परमाणु संपन्न बनाना है.
रॉबर्ट ने लेखक डगलस को बताया कि उस भारतीय का नाम होमी जाहंगीर भाभा था. उनके अनुसार, 'वह इंसान अमेरिका के लिए खतरनाक था. लेकिन वो एक दिन दुर्घटना का शिकार हो गया. वह हमारी परेशानी बढ़ाने के लिए विएना जा रहा था. उसका विमान 707 एक बम विस्फोट का शिकार हो गया. यह आल्प्स की पहाड़ियों में क्रैश कर गया.' इसमें आगे बताया गया है कि रॉबर्ट ने यह भी बताया कि वह विएना के ऊपर भी प्लेन को उड़ा सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं किया. क्योंकि वह विमान को किसी पहाड़ी के ऊपर नष्ट करना चाहता था.
इसी तरह से रॉबर्ट के हवाले से ही देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की मौत के बारे में भी बात की गई है. उनके बारे में कहा गया है कि शास्त्री भाभा की मदद कर रहे थे. इसलिए दोनों को किनारे लगाना जरूरी था. उन्होंने यह भी लिखा है कि रॉबर्ट भारत से चावल की खेती को प्रभावित करना चाहते थे, ताकि यहां के लोगों के सामने खाने की समस्या आ जाए.
आपको बता दें कि डॉ होमी जहांगीर भाभा भारत के परमाणु कार्यक्रम के जनक हैं. उन्होंने ही सबसे पहले भारत में परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया था. उनका जन्म मुंबई के पारसी परिवार में हुआ था. उनके पिता एक वकील थे. उन्होंने 1927 में इंगलैंड से डिग्री ली थी. उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग का कोर्स किया था.