नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने चीनी नागरिकों के एक समूह द्वारा चलाए जा रहे एक सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है. डीसीपी (साइबर सेल) अन्येश रॉय ने बताया कि ये लोग डेटा चुरा रहे थे. इन लोगों ने पावरबैंक, सन फैक्ट्री और ईज़प्लान जैसे नकली निवेश एप के माध्यम से पांच लाख से अधिक भारतीयों को ठगा है. इन लोगों ने 150 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है.
बड़े पैमाने पर देश के लोगों का डेटा चोरी
दिल्ली पुलिस के साइबर सेल ने ठगी के एक नए नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है. दरअसल, इस समय देश में ऑनलाइन फ्रॉड काफी तेजी से बढ़ा है. इसीलिए साइबर सेल भी काफी एक्टिव हो गया है. पुलिस को जानकारी मिली कि कुछ और चीनी एप्स हैं जो काफी एक्टिव हो हैं और जिनसे ठगी के साथ-साथ बड़े पैमाने पर देश के लोगों का डेटा भी चोरी किया जा रहा है.
मई के दूसरे हफ्ते में पुलिस को पता चला कि पावर बैंक, सन फैक्ट्री और इजी प्लान नाम की Apps हैं जो बड़ी तेजी से डाउनलोड हो रही हैं और लोगों का डेटा चोरी करके विदेश भेज रही हैं. इसके बाद तुरंत इन एप्स का फॉरेंसिक लैब में एनालिसिस किया गया, जिसमें सामने आया कि ये एप्स चीन से ऑपरेट हो रही हैं और इनसे लोगों को पैसे इन्वेस्ट कर पैसे कमाने का लालच दिया जा रहा था.
एसटीएफ उत्तराखंड ने की बड़ी कार्रवाई
साइबर ठगी के इतिहास में एसटीएफ उत्तराखंड ने एक बड़ी कार्रवाई की है. इसका खुलासा करते हुए उत्तराखंड पुलिस के प्रवक्ता एडीजी अभिनव कुमार ने बताया कि रोहित कुमार निवासी श्यामपुर और राहुल कुमार गोयल निवासी कनखल हरिद्वार ने साइबर थाने को एक शिकायत की थी. शिकायत के अनुसार दोनों ने गूगल प्ले स्टोर से पावर बैंक नाम से एक एप्लीकेशन डाउनलोड की थी. निवेश संबंधी इस एप्लीकेशन में 15 दिनों में पैसा दोगुना करने का दावा किया गया था. इस लालच में आकर दोनों ने क्रमश: 91 हजार और 73 हजार रुपये गंवा दिए.