Chandrayaan-3 Mission: इसरो ने जारी किया विक्रम लैंडर के लैंड होने से पहले का वीडियो, कहा- सारे सिस्टम सामान्य - चंद्रयान 3
चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक लैंडिंग के एक दिन बाद गुरुवार को विक्रम लैंडर के पेलोड चालू कर दिए गए. रोवर गतिशीलता संचालन भी शुरू हो गया है. इस बारे में इसरो का कहना है कि सभी गतिविधियां तय समय पर हैं. सभी प्रणालियां सामान्य हैं.
बेंगलुरु: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने गुरुवार को एक मिशन अपडेट में कहा कि चंद्रयान -3 की सभी गतिविधियां तय समय पर हैं और सभी प्रणालियां सामान्य हैं, यहां तककि उसने बुधवार के टचडाउन से कुछ क्षण पहले चंद्रमा की सतह का एक वीडियो भी साझा किया. चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक लैंडिंग के एक दिन बाद गुरुवार (24 अगस्त, 2023) को विक्रम लैंडर के पेलोड चालू कर दिए गए.
इसके अलावा रोवर प्रज्ञान गतिशीलता संचालन भी शुरू हो गया है. इसरो ने गुरुवार शाम को ट्वीट किया कि सभी गतिविधियां निर्धारित समय पर हैं. सभी प्रणालियां सामान्य हैं. लैंडर मॉड्यूल पेलोड ILSA, RAMBHA और ChaSTE आज चालू हो गए हैं. रोवर गतिशीलता संचालन शुरू हो गया है. प्रोपल्शन मॉड्यूल पर SHAPE पेलोड रविवार को चालू किया गया.
इसने लैंडिंग से पहले अंतिम क्षणों का एक वीडियो भी साझा किया. इसरो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर वीडियो शेयर करते हुए कहा कि यहां बताया गया है कि लैंडर इमेजर कैमरे ने टचडाउन से ठीक पहले चंद्रमा की छवि कैसे खींची. बुधवार को, भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर अपना रोवर भेजने वाला पहला देश बन गया, जिसके बारे में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन का मानना है कि पानी के निशान हो सकते हैं.
चंद्रयान-3 ने बुधवार शाम 6.03 बजे चंद्रमा के अज्ञात दक्षिणी ध्रुव को छुआ. कोई भी देश खतरनाक दक्षिणी ध्रुव पर नहीं उतरा है, जिसके बारे में वैज्ञानिकों का मानना है कि यहां जमे हुए पानी और बहुमूल्य तत्वों के महत्वपूर्ण भंडार हो सकते हैं. रूस का दक्षिणी ध्रुव पर जाने वाला लूना-25 अंतरिक्ष यान रविवार को नियंत्रण से बाहर होकर चंद्रमा से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया.