नई दिल्ली : केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को भेजे पत्र में आगामी त्योहार के दौरान कोविड-उपयुक्त व्यवहार का सख्ती से पालन नहीं किए जाने की संभावना के प्रति आगाह किया. जिससे मामलों में उछाल आ सकता है. साथ ही बचाव के उपायों की अवधि 31 अक्टूबर तक बढ़ा दी है.
उन्होंने कहा कि कोविड-19 मामलों में गिरावट के बावजूद, दिशानिर्देशों को लागू करना महत्वपूर्ण है जो नियमित उत्सवों को सतर्क, सुरक्षित और कोविड उपयुक्त तरीके से मनाने अनुमति देते हैं. उन्होंने कहा कि देश में दैनिक COVID-19 मामले और रोगियों की कुल संख्या में लगातार कमी आ रही है. लेकिन कुछ राज्यों में अभी भी स्थानीय स्तर पर वायरस फैल रहे हैं और देश में COVID-19 एक सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती बनी हुई है.
सामूहिक सभा कार्यक्रमों के संबंध में अत्यधिक सतर्कता बरती जानी चाहिए, ताकि COVID-19 मामलों में वृद्धि की किसी भी संभावना से बचा जा सके. नतीजतन, मेलों, त्योहारों और धार्मिक आयोजनों और समारोहों में बड़े पैमाने पर सभाओं से देश में COVID-19 मामलों में नए सिरे से वृद्धि हो सकती है.
गृह सचिव ने कहा कि राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को नियमित रूप से अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले हर जिले के मामले की सकारात्मकता, अस्पताल, आईसीयू बेड ऑक्यूपेंसी की बारीकी से निगरानी करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि संबंधित राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासन, अपने जिलों में उच्च सकारात्मकता रखते हुए, सक्रिय रोकथाम के उपाय करने चाहिए ताकि मामलों में स्पाइक को प्रभावी ढंग से रोका जा सके और संचरण का प्रसार कम हो सके.
भल्ला ने कहा कि संभावित उछाल की चेतावनी के संकेतों की जल्द से जल्द पहचान करना और प्रसार को रोकने के लिए उचित उपाय करना महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि इसके लिए स्थानीय दृष्टिकोण की आवश्यकता होगी, जैसा कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की 21 सितंबर, 2021 की एडवाइजरी में उल्लेख किया गया है.