नई दिल्ली/नोएडा : सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) के आकस्मिक निधन से पूरा देश शोकाकुल है. इससे देश को एक बड़ा आघात लगा है. सीडीएस बिपिन रावत का नोएडा से बहुत पुराना संबंध रहा. नोएडा को वह अपना घर मानते थे. नोएडा में रहकर उन्होंने भारतीय सशस्त्र सेना में पद हासिल किए थे. नोएडा सेक्टर- 37 स्थित अरुण बिहार में रहने वाले लोगों में शोक की लहर है. सेक्टर में रहने वाला हर कोई जनरल बिपिन रावत को नम आंखों से याद कर रहा है.
नोएडा के सेक्टर-37 गोल्फ कोर्स के पास मकान नंबर-1334 में जनरल रावत के परिजनों की यादें जुड़ी हैं. पिता ने मकान खरीदा था, जहां बिपिन रावत का परिवार कई वर्षों तक रहा. फिलहाल बिपिन रावत का परिवार दिल्ली में है, पर उनके बच्चे और वह खुद नोएडा में रहा करते थे. अब उनके एक फैमिली फ्रेंड इस घर में करीब चार सालों से रह रहे हैं, जिनका नाम जेपी सिंह है. वह रिटायर्ड कर्नल भी हैं.
नोएडा को बिपिन रावत अपना घर मानते थे. रिटायर्ड कर्नल जेपी सिंह ने ईटीवी भारत को बताया कि वह इस मकान में चार साल से रह रहे हैं. जनरल रावत के मामा कर्नल परमार से उनकी अच्छी जान पहचान थी. कर्नल परमार के जरिए ही इस मकान में रहने आए थे. उन्होंने बताया कि हेलीकॉप्टर क्रैश की सूचना मिलते ही वह और बिपिन रावत के मामा के साथ उनके ऑफिशियल घर गए थे क्योंकि उनकी छोटी बेटी वहां अकेली थी. उन्होंने यह भी बताया कि जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत का निधन एक बेहद ही दर्दनाक घटना है. इससे पूरा देश आहत है.
जेपी सिंह ने बताया कि जनरल बिपिन रावत अक्सर नोएडा आते रहते थे. वह नोएडा को अपना घर बताते थे. उनका कहना था कि जब से उनके पिताजी ने यह मकान खरीदा है, तब से उनका इस मकान से विशेष जुड़ाव था. उनकी दोनों बेटियां यहीं से पली बढ़ीं और अपने को संभाला. उन्होंने यह भी बताया कि छोटी-मोटी समस्याएं अगर आती थीं तो हम उनसे उनकी पत्नी मधुलिका से संपर्क कर बताते थे और उसे तत्काल दूर करती थीं. बिपिन रावत और उनकी पत्नी बहुत ही विनम्र स्वभाव के थे. साल 2019 के मार्च महीने में बिपिन रावत नोएडा के शहीद स्मारक स्थापना दिवस पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने आए थे. उस समय उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी थीं, तब उनसे मुलाकात हुई थी. इसके अतिरिक्त फोन पर और मैसेज के माध्यम से उनसे बातें हो जाती थीं.
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