नई दिल्ली: संसद के बजट सत्र 2023 का दूसरा चरण लगातार हंगामे की भेंट चढ़ रहा है. आज भी दोनों सदनों की कार्यवाही हंगामेदार रही. इसी के चलते दोनों सदनों की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई. इससे पहले सदन के पटल पर रणनीति बनाने के लिए समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों की बैठक हुई. इस बैठक में विपक्षी दलों ने मांग की कि लोकसभा में राहुल गांधी को बोलने का मौका दिया जाए. वहीं, अडाणी मामले पर जेपीसी जांच की मांग भी की गई. यह बैठक राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के संसद स्थित कार्यालय में हुई. बता दें, आज भी संसद की कार्यवाही हंगामेदार होने की संभावना है. विपक्षी दल लगातार सरकार को घेरने की रणनीति बना रहे हैं.
अडाणी मुद्दे पर बीआरएस सांसद के केशव राव ने कहा,'यह न तो घोटाला है और न ही धोखाधड़ी, यह इससे कहीं अधिक है. इसमें न केवल लाखों रुपये बल्कि पूरी अर्थव्यवस्था शामिल है, यह पूरी अर्थव्यवस्था और लोगों के पैसे को प्रभावित करेगा. हम किसी का पक्ष नहीं ले रहे हैं, लेकिन कह रहे हैं कि अगर किसी घोटाले का संदेह है, तो एक विश्वसनीय एजेंसी इस मामले में पूछताछ करें.'
अडाणी मुद्दे पर सपा सांसद राम गोपाल यादव ने कहा, 'उन्हें डर है कि अगर जेपीसी जांच करेगी तो अडाणी और केंद्र सरकार के बीच की सांठगांठ का पर्दाफाश हो जाएगा और असली अपराधी लोगों के सामने आ जाएगा. जनता गुस्से में है, उन्हें लगता है कि उनका पैसा डूब जाएगा.'
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा,'जेपीसी से क्यों डरती है बीजेपी? अगर जेपीसी (JPC) लाई गई तो बीजेपी का नकाब उतर जाएगा और ऊपर से नीचे तक उन सभी का पर्दाफाश हो जाएगा जिन्होंने मध्यवर्ग और गरीबों का हक छीनकर अडाणी की तिजोरी भरी थी.'
गौरतलब है कि संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही शुक्रवार को पांचवें दिन बाधित रही क्योंकि सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी दलों ने अपने मुद्दों को जोर-शोर से उठाने की कोशिश की. राहुल गांधी की टिप्पणी और अडाणी मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने एक-दूसरे पर निशाना साधते हुए संसद के बाहर कटुता जारी रखी.
दिन भर की लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद हिंडनबर्ग-अडाणी विवाद की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की मांग को लेकर विपक्षी सदस्य अध्यक्ष के आसन के पास आ गए. भाजपा सदस्यों ने लंदन में टिप्पणी पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग की और आरोप लगाया कि उन्होंने देश में संस्थानों को बदनाम किया है. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी को उनके खिलाफ भाजपा नेताओं के आरोपों का जवाब देने की अनुमति देने के नारे लगाने के बाद ऑडियो को म्यूट कर दिया गया था. कांग्रेस सदस्यों ने आरोप लगाया कि सदन की कार्यवाही का करीब 20 मिनट तक कोई ऑडियो नहीं आया. सरकारी सूत्रों ने कहा कि तकनीकी खराबी के कारण ऑडियो को म्यूट कर दिया गया था. राज्यसभा में भी व्यवधान देखा गया और उसे दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया। सदन ने पहले कुछ सूचीबद्ध कार्यों को लिया.
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लंदन की यात्रा के दौरान अपनी टिप्पणी को लेकर भाजपा नेताओं ने संसद के बाहर राहुल गांधी पर हमला करना जारी रखा. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रमुख जेपी नड्डा ने कहा कि राहुल गांधी 'राष्ट्र-विरोधी टूलकिट' का एक स्थायी हिस्सा बन गए हैं. नड्डा ने एजेंसी से कहा,'दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस पार्टी देश-विरोधी गतिविधियों में लिप्त है. उन्होंने राहुल गांधी पर भारत के आंतरिक मामलों में दूसरे देश के हस्तक्षेप की मांग करने का आरोप लगाया.