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जानें किन परिस्थितियों में किया गया BSF का गठन, कौन थे पहले डीजी

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 30, 2023, 2:26 PM IST

भारत के पांच केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में सीमा सुरक्षा बल अग्रणी स्थान रखता है. 1965 में भारत-पाक युद्ध के बाद भारतीय सीमा की सुरक्षा को सुदृढ़ करने के लिए बीएसएफ स्थापना की गई थी. एक दिसंबप को बीएसएफ दिवस मनाया जाता है. भारत की सीमाओं की सुरक्षा के लिए स्थापित बीएसएफ आज के समय में आपदा व आंतरिक सुरक्षा से निपटने में लीड रोल अदा कर रहा है. पढ़ें पूरी खबर.. BSF Raising Day, Border Security Force, National Disaster Response Force, Khusro Faramurz Rustamji.

BSF Raising Day
सीमा सुरक्षा बल

हैदराबाद :अंतरराष्ट्रीय सीमा की निगरानी के लिए भारत सरकार की ओर से 1 दिसंबर 1965 को सीमा सुरक्षा बल की स्थापना की गई. बीएसएफ की स्थापना और बीएसएफ कर्मियों की उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए हर साल इस बीएसएफ स्थापना दिवस मनाया जाता है. बीएसएफ कर्मी कठिन से कठिन परिस्थितियों में सीमा की सुरक्षा के प्रशिक्षित हैं.

इसके प्रदर्शन को देखते हुए इसका उपयोग आंतरिक सुरक्षा और आपदा से निपटने के लिए करने का फैसला लिया गया. इसके तहत जम्मू-कश्मीर, उत्तर पूर्व क्षेत्र, पंजाब में आंतरिक सुरक्षा, आपदा व अन्य काम कठीन कामों के लिए बीएसएफ का विस्तार किया समय-समय पर किया गया. 25 बटालियनों के साथ इसका इसे स्थापित किया गया था, जो बढ़कर कुल 192 हो चुका है. इनमें नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स की 3 बटालियन भी शामिल है.

क्यों क्या बीएसएफ का गठन
1965 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी राज्य सशस्त्र पुलिस बटालियन के पास था. 1965 में 09 अप्रैल को अचानक से पाकिस्तान ने कच्छ में सरदार पोस्ट, बेरिया बेट और छार बेट पर हमला कर दिया. हमले में युद्ध के समय राज्य सशस्त्र पुलिस बल में प्रशिक्षण सहित कई अन्य कमियां पाई गईं. हमले के कारणों के बारे में समीक्षा के दौरान ये बात सामने आई कि सीमा की सुरक्षा के लिए सशस्त्र और प्रशिक्षित डेडिकेटेड सुरक्षा बल की तैनाती हो. इसके लिए सचिवों की समिति का गठन किया गया.

समिति के प्रतिवेदन के आधार पर भारत सरकार ने केंद्रीय स्तर पर सशस्त्र बल गठित करने का निर्णय लिया. इसी के आधार पर 01 दिसंबर 1965 को सीमा सुरक्षा बल की स्थापना की गई. बीएसएफ की आर्टि. रेजिमेंट बंगलादेश और पाकिस्तान की सीमाओं की मुख्य रूप से सुरक्षा करती है. इन दिनों बीएसफ सीमा की सुरक्षा, नक्सल, आतंकवाद के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र मिशनों में भी योगदान रहा है. खुसरो फरामुर्ज रुस्तमजी को इसके गठन की जिम्मेदारी दी गई थी.

सीमा की सुरक्षा करतीं बीएसएफ महिला बटालियन की जवान (फोटो-ट्विटर)

बीएसएफ : एक नजर में

  1. भारत के तीसरे प्रधान मंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने 1965 में राष्ट्रीय सीमाओं की सुरक्षा के लिए विशेष सुरक्षा बल गठन पर फोकस किया.
  2. खुसरो फरामुर्ज रुस्तमजी को (Khusro Faramurz Rustamji) को बीएसएफ के गठन के लिए जिम्मेदारी दी गई थी.
  3. सीमा सुरक्षा बल के लिए विभिन्न पुलिस, सेना, नौसेना और वायु सेना के बटालियन से सुरक्षाबल व अधिकारियों का चयन किया गया.
  4. भारत-पाक युद्ध के बाद, बीएसएफ ने जम्मू-कश्मीर सहित कई राज्यों में आंतरिक सुरक्षा के कई अभियानों में हिस्सा लिया.
    सीमा की सुरक्षा करते बीएसएफ जवान (फोटो-ट्विटर)
  5. खुसरो फरामुर्ज रुस्तमजी (आईपीएस) बीएसएफ के डीजी थे.
  6. कारगिल युद्ध के दौरान 1999 में बीएसएफ ने सेना के साथ मिलकर सैन्य अभियान को अंजाम दिया.
  7. बीते 10 सालों से बीएसएफ आंतरिक सुरक्षा ड्यूटी कर रहे हैं.
  8. बीते कई सालों से कई राज्यों में एंटी नक्सल व एंटी आतंकवाद अभियानों को अंजाम दे रहे हैं
  9. गुजरात में 26 जनवरी 2001 को आए भूकंप के दौरान बीएसएफ आपदाग्रस्त लोगों की मदद के लिए सबसे पहले पहुंची थी.
  10. प्रसिद्ध करतारपुर कॉरिडोर पर सुरक्षा सुरक्षा व्यवस्था को संभाल रहे हैं.
  11. भारतीय सीमाओं पर एकीकृत जांच चौकियां (Integrated Check Posts-ICP) और लैंड कस्टम्स स्टेशन (Land Customs Station-LCS) की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.
  12. बीएसएफ ने कश्मीर (2014) में बाढ़ के दौरान, केरल (2018) में बाढ़ के दौरान, केदारनाथ त्रासदी (2013) सहित कई अवसरों पर जानमाल की रक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दिया.
  13. बीएसएफ ने कोविड महामारी के दौरान कई स्तर पर जागरूकता अभियान में हिस्सा लिया.

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