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बेटी को घर आने नहीं दे रहा था साला, इसलिए चेंबर में घुसकर मारी गोली, गाजियाबाद वकील हत्याकांड का खुलासा, पढ़ें पूरा मामला

Ghaziabad lawyer murder case: गाजियाबाद में वकील की हत्या करने के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान अमित डागर, उसका भाई नितिन और पल्ली के रूप में हुई है. साथ ही हत्या के पीछे की वजह भी सामने आई है.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 31, 2023, 4:31 PM IST

Updated : Aug 31, 2023, 4:55 PM IST

गाजियाबाद पुलिस ने जारी किया सीसीटीवी फुटेज.

नई दिल्ली/गाजियाबाद:गाजियाबाद में बुधवार को तहसील परिसर में चेंबर में घुसकर वकील मनोज चौधरी उर्फ मोनू की हत्या के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें से आरोपी अमित, मोनू का जीजा है. पता चला है कि इस वारदात को पारिवारिक विवाद के चलते अंजाम दिया गया था. मामले में पुलिस ने एक सीसीटीवी फुटेज भी जारी किया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी बाइक पर नहीं बल्कि कार में आए थे, जिन्होंने एक दिन पहले ही वारदात को अंजाम देने की प्लानिंग की थी. यह भी सामने आया है कि आरोपियों ने रक्षाबंधन का ही दिन क्यों चुना.

एडिशनल कमिश्नर दिनेश पी ने बताया कि वारदात के बाद लोगों ने बताया कि आरोपी मुंह ढक कर आए थे, जो वकील पर हमला करके फरार हो गए. इस मामले में पुलिस अधिकारियों ने कई टीम में बनाई, जिन्होंने सीसीटीवी फुटेज खंगाले. इसके अलावा कुछ गवाहों से पूछताछ भी की गई. पुलिस को पता चला कि यह हत्या एक योजनाबद्ध तरीके से की गई हत्या थी, जिसकी प्लानिंग वकील के जीजा अमित डागर ने की थी.

उन्होंने कहा कि मामले में वकील के जीजा का छोटा भाई और दोस्त भी शामिल थे. तीनों आरोपी वारदात से 15 मिनट पहले कार से तहसील पहुंचे और अवैध हथियार से वकील की हत्या को अंजाम देकर मौके से फरार हो गए. बताया जा रहा है कि चेंबर में सिर्फ एक ही आरोपी अंदर गया था और बाकी दो बाहर खड़े हुए थे. घटना के बाद आरोपी दूसरी कार से घूम रहे थे. पुलिस ने दोनों कार (ब्रेजा और सैंट्रो) बरामद कर ली है.

गाजियाबाद पुलिस ने बरामद किया हथियार.

प्रॉपर्टी विवाद का ऐंगल आया सामने: जानकारी के मुताबिक, वकील मनोज चौधरी की बड़ी बहन सरिता चौधरी की शादी 2002 में अमित डागर से हुई थी, जो पेशे से अधिवक्ता है. इसके अलावा उसका छोटा भाई नितिन भी अधिवक्ता है, जिसका चेंबर गाजियाबाद में ही है. बीते कुछ समय से अमित डागर और उनकी पत्नी के बीच अनबन चल रही थी. अमित पर घरेलू हिंसा का भी आरोप है, जिसमें मुकदमा दर्ज किया गया था. इसके चलते अमित की पत्नी मायके में आकर रह रही थी.

इसलिए की गई हत्या:दरअसल, आरोपी अमित अपना घर बेचना चाह रहा था. पत्नी ने ऐसा करने से मना किया. साथ ही यह बात मनोज को भी बताई. उसने अमित को समझाया कि वह घर न बेचे. इसी से नाराज होकर अमित ने पत्नी के साथ मारपीट की, जिसके बाद वह भाई मनोज के घर आकर रहने लगी. बेटा बाप के साथ और बेटी मां के साथ रहती थी. रक्षाबंधन पर अमित ने मनोज से कहा कि वह उसकी बेटी को घर आकर भाई को राखी बांधने दे, लेकिन मनोज ने ऐसा होने देने से मना कर दिया. इसी के बाद तैश में आकर अमित ने मनोज की हत्या की साजिश रच डाली. इस मामले में अमित, उसका भाई नितिन और पल्ली नाम का व्यक्ति भी शामिल है, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.

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मनोज पर थी पूरे परिवार की जिम्मेदारी:मनोज के पिता यूपी पुलिस में थे जिनकी मौत हो चुकी है. उनकी मृत्यु के बाद मनोज पर ही अपनी मां और चारों बहनों की जिम्मेदारी थी. मनोज की मौत के बाद अब परिवार बेसहारा हो चुका है.

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Last Updated : Aug 31, 2023, 4:55 PM IST

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