बोकारो:झारखंड और पश्चिम बंगाल के बीच सीमा विवाद उत्पन्न हो गया है. इस विवाद का कारण प. बंगाल फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के एक बोर्ड लगाने के कारण हुआ है. प. बंगाल फारेस्ट डिपार्टमेंट ने झारखंड की सीमा में बोर्ड लगाकर उस जमीन को अपनी जमीन बताया है. इसके साथ ही उस इलाके में किसी भी प्रकार का अतिक्रमण करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है. इसे लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि से लेकर ग्रामीण तक आक्रोशित हैं.
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प. बंगाल फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के द्वारा बोकारो जिले के कसमार प्रखंड के सेवाती घाटी में ये बोर्ड लगाया गया है. यह बोर्ड पूर्णिया वन प्रमंडल के झालदा रेंज द्वारा लगाया गया है. ग्रामीणों के मुताबिक, करीब तीन-चार दिन पहले ही यह बोर्ड लगाया गया है. कसमार प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों के बीच सीमा को लेकर चर्चा शुरू हो गई है. गोमिया विधायक डॉक्टर लंबोदर महतो ने इस मामले की जानकारी डीएफओ सहित अन्य पदाधिकारी को दी है. रविवार को बोकारो वन विभाग के कर्मियों ने नक्शे के आधार पर मापी की, जिसमें बोर्ड पश्चिम बंगाल वन क्षेत्र में लगे होने की बात सामने आई है, हालांकि मामला अभी तक शांत नहीं हुआ है, विवाद अभी जारी है. डीएफओ का कहना है कि जब तक प. बंगाल वन विभाग अपनी ओर से माफी नहीं मांगता है तब तक विवाद बने रहने की आशंका है.
क्या लिखा है बोर्ड में:इस बोर्ड में झारखंड वाले हिस्से को भी प. बंगाल का हिस्सा बताते हुए लिखा गया है कि अब यह भूमि, वन भूमि है और प. बंगाल का है. इसमें किसी प्रकार का अतिक्रमण गैरकानूनी है. इसका उल्लंघन करने पर इंडियन फॉरेस्ट एक्ट 1927 के तहत जेल या सजा या दोनों हो सकती है. बोर्ड में नीचे निर्देशानुसार झालदा रेंज पूर्णिया डिवीजन प. बंगाल सरकार लिखा हुआ है.