नई दिल्ली :पिछले साल स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विभाजन की विभीषिका की याद दिलाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर साल 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' (Partition Horrors Remembrance Day) मनाने की बात कही थी. इस पर अमल करते हुए भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 6 सदस्यों की एक टीम बनाई है. इस टीम में डॉ. हर्षवर्धन, दुष्यंत गौतम, नरेंद्र सिंह, प्रीति गांधी, अनिर्बान गांगुली और पार्टी नेता शिव शक्ति को रखा गया है, जो पूरे देश में इस कार्यक्रम के सुचारु रूप से संचालन की जिम्मेदारी निभा रहे हैं.
हालांकि बीजेपी आलाकमान ने ये सख्त निर्देश दिए हैं कि 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के अंतर्गत किसी भी तरह के शोर-शराबे या नारेबाजी वाले कार्यक्रम नहीं किए जाएं. इसकी जगह पर शांति मार्च निकाला जाए. विभाजन का दंश झेल चुके परिवारों को ऑडिटोरियम में बुलाकर उन्हें सम्मानित किया जाए. इसके साथ ही उस समय की कुछ वास्तविक फोटोज का संग्रह कर प्रदर्शनी लगाई जाए जिन्हें देखकर आम जनता बंटवारे का दर्द महसूस कर सके. उन्हें पता चले कि उस समय के लोगों ने ये दंश कैसे झेला.
इन कार्यक्रमों के माध्यम से शांति,एकता और सौहार्द का संदेश दिया जाए. यही नहीं पार्टी ने अपने सभी ब्लॉक प्रमुखों और जिलाध्यक्षों को ये सख्त निर्देश दिए हैं की 14 अगस्त को निकाले जाने वाले इस मार्च में पार्टी के झंडे का इस्तेमाल न कर भारत के झंडे का इस्तेमाल किया जाए. महिलाएं और पुरुष एकता के नारे लिखी तख्तियां लेकर शांति मार्च या मौन मार्च निकालें.
9 अगस्त से जागरूकता अभियान :इससे पहले 'हर घर तिरंगा' को लेकर 9 अगस्त से 11 अगस्त तक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. जनप्रतिनिधि लोगों के बीच जाकर उन्हें तिरंगा भेंट करेंगे. उन्हें 13 तारीख से घरों में तिरंगा लगाने के संदेश दिए जाएंगे. यही नहीं इस मामले में गृह सचिव ने सभी मंत्रालयों के सचिवों से बैठक कर लोगों को आसानी से तिरंगा मुहैया करवाने में सहायता के भी निर्देश दिए हैं. सभी सरकारी कर्मचारियों को सरकार के ई-पोर्टल के माध्यम से झंडा खरीदने के निर्देश दिए हैं.