पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) के खिलाफ हमला बोलने वाले अपने एमएलसी टुन्ना पांडेय (Tunna Pandey) को बीजेपी ने निलंबित कर दिया है. टुन्ना पांडेय द्वारा नीतीश पर किए गए हमले के चलते एनडीए में तनाव बढ़ गया था. जदयू ने बीजेपी से टुन्ना के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.
बीजेपी ने टुन्ना पांडेय को कारण बताओ नोटिस जारी किया था. टुन्ना पांडेय ने नोटिस का जवाब नहीं दिया. बीजेपी द्वारा पूछे गए सवालों को नजरअंदाज कर वो शहाबुद्दीन के बेटे से मिलने चले गए. पार्टी ने इसे अनुशासन हीनता मानते हुए टुन्ना पर गाज गिरा दी. बीजेपी के अनुशासन समिति के अध्यक्ष विनय सिंह (Vinay Singh )ने उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की सिफारिश की. इसके बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने टुन्ना को निलंबित कर दिया.
पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी अनुशासनहीनता
"टुन्ना पांडेय को निलंबित किया जाना यह स्पष्ट संदेश है कि किसी भी हालत में पार्टी में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. किसी तरह की गलत बयानबाजी या पेपरबाजी पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी. चाहे वो कितने भी बड़े नेता क्यों न हों. 10 दिन का समय भी दिया गया है. अगर उचित जवाब नहीं मिला तो टुन्ना पांडेय पर और भी बड़ी कार्रवाई हो सकती है." विनोद शर्मा, प्रवक्ता, बीजेपी
टुन्ना ने कहा नीतीश नहीं रखते मुख्यमंत्री बनने की क्षमता
गौरतलब है कि सिवान से बीजेपी एमएलसी टुन्ना पांडेय ने एक बार फिर कहा कि, 'नीतीश कुमार परिस्थितियों के मुख्यमंत्री हैं. उन्होंने कहा कि, शहाबुद्दीन ने गलत थोड़े कहा था कि नीतीश कुमार परिस्थितियों के सीएम हैं. पिछली दफा दूसरे नंबर की पार्टी के नेता थे फिर भी मुख्यमंत्री बने. इस बार तीसरे नंबर पर चले गये फिर भी मुख्यमंत्री बने.
''वे (नीतीश कुमार) मुख्यमंत्री बनने की क्षमता रखते हैं क्या? चुनाव लड़कर विधायक बने हैं क्या? वे भाग्यशाली हैं कि तीसरे नंबर पर जाने के बाद भी मुख्यमंत्री हैं. ऐसे में क्या कहा जाए? क्या वे परिस्थितियों के मुख्यमंत्री नहीं हैं?' -टुन्ना पांडेय, बीजेपी एलएलसी