नई दिल्ली :पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव (Assembly elections in West Bengal) के बाद हुई हिंसा पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (National Human Rights Commission- NHRC) की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आज (शुक्रवार) मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी तृणमूल कांग्रेस को आड़े हाथों लिया और आरोप लगाया कि राज्य में आज संविधान का नहीं बल्कि 'व्यक्ति विशेष' का राज है.
कलकत्ता उच्च न्यायालय को गत 13 जुलाई को सौंपे गए एक रिपोर्ट में एनएचआरसी ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में कानून का राज नहीं बल्कि 'शासक का राज' है. आयोग ने हिंसा के लिए राज्य सरकार पर ठीकरा फोड़ते हुए बलात्कार व हत्या के मामलों की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) से जांच की सिफारिश की.
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सूत्रों के अनुसार उच्च न्यायालय के समक्ष 13 जुलाई को पेश रिपोर्ट में तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं को 'कुख्यात अपराधी' बताया गया है जिनमें वन मंत्री, कैनिंग पूर्व से विधायक शौकत मुल्ला, नैहाटी के विधायक पार्थ भौमिक, दिनहाटा के पूर्व विधायक उदयन गुहा और नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चुनाव एजेंट शेख सूफियान शामिल हैं.
पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस पर करारा हमला बोला और कहा कि चुनाव बाद हिंसा की 1979 शिाकयतें एनएचआरसी को मिली हैं.