नई दिल्ली :पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) द्वारा अरुणाचल प्रदेश के एक युवक के अपहरण (Arunachal youth abduction) का मुद्दा सुर्खियों में है. इसी बीच भाजपा सांसद तापिर गाओ (BJP MP tapir gao) ने अरुणाचल प्रदेश में लद्दाख जैसी स्थिति को लेकर आगाह किया है. अरुणाचल पूर्व लोकसभा सीट के मौजूदा भाजपा सांसद गाओ ने ईटीवी भारत से कहा कि भारत सरकार को चीनी सेना के साथ लद्दाख जैसा गतिरोध (Ladakh type intrusion in Arunachal) रोकने के लिए तत्काल और सभी आवश्यक कदम उठाने चाहिए.
अरुणाचल में चीनी घुसपैठ की आशंका (intrusion in Arunachal Pradesh) को लेकर शुक्रवार को तापिर गाओ ने कहा, 'सरकार को अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों में बाड़ लगाने और अन्य विकास गतिविधियों पर ध्यान देना चाहिए.' उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों की संवेदनशीलता को लेकर चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि सरकार अगर अरुणाचल पर ध्यान नहीं देगी, तो यह सीमा भी लद्दाख जैसी स्थिति का गवाह बन सकती है.
सांसद तापिर गाओ ने कहा, वह सभी संबंधित अधिकारियों से मिलेंगे. उन्होंने कहा, मैं आगामी बजट सत्र के दौरान दिल्ली में रहूंगा, मैं निश्चित रूप से सभी संबंधित लोगों से मिलूंगा ताकि किसी भी घटना को टालने के लिए तत्काल कदम उठाए जा सकें. उन्होंने कहा कि वे दिल्ली दौरे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) और गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) से भी मुलाकात कर, मामले की गंभीरता बताएंगे.
बता दें कि मई, 2020 में लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन की सेनाओं की भिड़ंत हो गई थी. इस अप्रत्याशित घटना में दोनों पक्षों के सैनिक मारे गए थे. सीमावर्ती क्षेत्रों में विभिन्न निर्माण गतिविधियों को लेकर आमने-सामने आए भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच अब तक का सबसे लंबा गतिरोध देखने को मिला है. तापिर गाओ ने कहा, अरुणाचल प्रदेश में भारत-चीन सीमा अभी भी खुली है. चीनी सेना भारतीय पक्ष में आती रहती है. पिछले साल भी उन्होंने प्रवेश किया और हमारी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की थी.