मणिपुर हिंसा के बाद बिहार के छात्र लौटे अपने घर पटना:मणिपुर में हिंसा के बाद विभिन्न राज्यों के काफी संख्या में छात्र वहां फंसे हुए थे. हिंसा भड़कने के बाद विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं में पढ़ने वाले बिहार के छात्र अपने-अपने हॉस्टल में रुके हुए थे और लगातार वापसी की गुहार लगा रहे थे. पूरे मामले पर सीएम नीतीश कुमार ने तत्परता दिखाते हुए छात्रों की सकुशल वापसी के निर्देश दिए, जिसके बाद सभी को मणिपुर से बिहार लाने की कवायद शुरू हुई. बिहार सरकार ने विशेष विमान की व्यवस्था की और उसी विशेष विमान से 174 लोग पटना पहुंचे. इनमें 21 छात्र झारखंड के भी हैं.
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मणिपुर हिंसा के बाद बिहार के छात्र लौटे अपने घर: पटना एयरपोर्ट पहुंचने पर छात्रों का गुलाब का फूल देकर स्वागत किया गया. पटना एयरपोर्ट से सभी छात्रों को राज्य सरकार के द्वारा इनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था भी की गई है. वहीं पटना एयरपोर्ट पर मणिपुर से आए छात्र ने बिहार सरकार को धन्यवाद दिया है. छात्रों ने अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि मणिपुर में स्थिति भयावह हो गई थी. हमलोग किसी तरह वहां रह रहे थे. ऐसे में घर आने की चाहत थी. पता चला बिहार सरकार ने व्यवस्था की है. हमलोग उसी व्यवस्था के तहत पटना पहुंचे हैं. हालांकि पटना पहुंचे कई छात्र इस दौरान अपनी पढ़ाई को लेकर भी चिंतित नजर आए. फिलहाल मणिपुर से बिहार पहुंचने से छात्र और उनके परिजनों ने राहत की सांस ली है.
"आर्मी सीआरपीएफ के जाने के पहले वहां की स्थिति बहुत खराब थी. कभी भी वहां कुछ भी हो सकता है. मणिपुर सरकार स्थिति को नियंत्रित करने में नाकाम है. हमें सुरक्षित लाने के लिए बिहार सरकार को हम धन्यवाद देना चाहते हैं. बिहार के सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को धन्यवाद देना चाहते हैं. मेरा घर आरा में है. मणिपुर से बीटेक कर रहे थे."- राहुल, मणिपुर से लौटे छात्र
"वहां लड़ाई हो गई थी. हमें परेशानी हुई. बहुत खुशी है कि बिहार सरकार हमें वापस लेकर आ गई है. मैं वहां मेडिकल की पढ़ाई कर रहा था."- हर्ष, मणिपुर से लौटे छात्र
मणिपुर हिंसा मामला: दरअसल मणिपुर में आरक्षण को लेकर हिंसा भड़की हुई है. इस हिंसा की आग में अबतक 54 लोगों की मौत हो चुकी है. बता दें कि मणिपुर की आबादी लगभग 38 लाख है. इनमें मैतेई, नगा और कुकी जनजाति हैं. मैतेई यहां बहुलता में है. नगा और कुकी जनजाति को अनुसूचित जनजाति का दर्जा प्राप्त है. इनको आरक्षण का लाभ मिलता है. इसी आरक्षण की मैतेई लोग मांग कर रहे हैं. इस मामले को लेकर हाईकोर्ट ने मणिपुर सरकार को विचार करने का आदेश भी दिया है. वहीं नगा और कुकी जनजाति मैतेई को आरक्षण देने का विराध कर रहे हैं और इसी को लेकर राज्य में हिंसा भड़की हुई है.