बीजेपी के दो विधायक सदन से मार्शल आउट पटनाः बिहार विधानसभा केमॉनसून सत्रका आज चौथा दिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी का हंगामा शुरू हो गया. तेजस्वी यादव से इस्तीफे की मांग को लेकर बीजेपी ने विधानसभा के बाहर और अंदर जमकर हंगामा किया और वेल में पहुंचकर नारेबाजी करने लगे. इस पर विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने कहा कि जनता ने आप लोगों इसलिये सदन में नहीं भेजा है कि आप हंगामा करें.
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बिहार विधानसभा में विपक्ष का हंगामा:इस हंगामे के बीच बीजेपी के विधायक जीवेश मिश्रा और इंजीनियर शैलेंद्र जब वेल में पहुंचे तब विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें मार्शल आउट करने का निर्देश दे दिया. जिसके बाद मार्शल ने विधायक जीवेश मिश्रा और विधायक इंजीनियर शैलेंद्र को उठाकर बाहर कर दिया. बाहर आने के बाद जीवेश मिश्रा ने कहा कि ये अच्छी बात नहीं है, हमलोग अपनी बात रख रहे थे. शिक्षकों की बहाली में सरकार के रवैये पर सवाल कर रहे थे. इस तरह से हमें बाहर निकाला गया है, जो सही नहीं है.
"विधानसभा अध्यक्ष ने हर बार मार्शल आउट करने की आदत सीख ली है. लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं. ये सही नहीं है."- जीवेश मिश्रा, बीजेपी विधायक
बीजेपी के 2 विधायक मार्शल आउट:उधर विजय सिन्हा ने सदन में कहा कि 10 लाख नौकरी के वादा का क्या हुआ. उन्होंने तेजस्वी के इस्तीफे की मांद फिर से दोहराई. इधर सत्ता पक्ष की तरफ से भी विपक्ष का जमकर विरोध किया गया. बीजेपी के 2 विधायकों को मार्शल से बाहर करने के बाद सभी विधायक विधानसभा पोर्टिको में धरना पर बैठ गए. बीजेपी ने सदन से वाक आउट कर दिया है और सदन के अंदर प्रशनकाल चल रहा है.
विधानसभा पोर्टिको में धरने पर बैठे बीजेपी विधायक हंगामे के बीच चल रहा मानसून सत्र:आपको बता दें कि बुधवार को करीब 31 मिनट ही विधानसभा की कार्यवाही चली, उसमें भी आधे से अधिक समय तक हंगामे के बीच में कार्यवाही चलती रही. सेकंड हाफ तो हुआ ही नहीं. बीजेपी ने तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग पर दो दिन सदन के अंदर जमकर हंगामा किया. इस दौरान सदन में कुर्सियां चलीं और कागज भी फाड़े गए. जिसके बाद सदन की कार्यवाही को अगले दिन तक के लिए स्थगित करना पड़ा. मंगलवार 11 जुलाई को तो फर्स्ट और सेकंड हाफ मिलाकर आधे घंटे भी कार्यवाही नहीं चली.
विपक्ष ने लगाया सरकार पर आरोपः इससे पहले बुधवार को सदन की कार्यवाही नहीं चल पाने के प्रशन पर जवाब देते हुए नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि हमलोगों को सदन में बोलने ही नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब तक विपक्ष को तवज्जो नहीं दी जाएगी, तब तक हमारा हंगामा जारी रहेगा. मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर लगे भ्रष्टाचार को लेकर जवाब देने को तैयार नहीं हैं. इसलिए हम लोगों ने फैसला किया है कि जब तक हमारी बात नहीं सुनी जाएगी, तब तक हमलोग सदन नहीं चलने देंगे
विपक्ष के लोगों ने किया दुर्भाग्यपूर्ण कृत्य': वहीं, जेडीयू के मंत्री ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष के इशारे पर विपक्ष के सदस्यों ने असंवैधानिक और दुर्भाग्यपूर्ण कृत्य किया है जिसे पूरे देश की जनता ने देखा है. इन्हें प्रश्न पूछने का साहस नहीं है, इन्होंने कुर्सी तोड़ी है, मेज पटकी है और गैर संवैधानिक काम किया है. सदन नियम से चलता है, चाहे नेता विरोधी दल हो या फिर कोई और सदस्य हो हर किसी के लिए नियम बराबर है.