पटना : बिहार के बक्सर में लगातार मिल रही लाशों के बाद राज्य सरकार के निर्देश पर बॉर्डर पर गंगा में महाजाल लगाया गया था. जिसके बाद वहां 6 शव फंसे हुए मिले. जिसके बाद अब ये साबित हो गया है कि यह लाशें यूपी से बहकर बिहार तक पहुंच रही हैं. बता दें कि बिहार में लगातार गंगा घाटों पर मिल रही लाशों को लेकर बिहार सरकार के आदेश पर जांच शुरू हुई, तब जाकर ये खुलासा हो पाया है.
बिहार ने जताई कड़ी आपत्ति
गृह विभाग के अपर प्रमुख सचिव ने बताया कि बिहार के अपर मुख्य सचिव, बिहार के डीजीपी और बक्सर के डीएम ने वहां के अधिकारियों से बातचीत की. जिसके बाद गंगा नदी में लाशों को बहाने को लेकर बिहार की तरफ से कड़ी आपत्ति भी जताई गई है.
'यूपी से बहकर आए थे सभी शव' 'उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से बिहार सरकार को आश्वासन भी मिला है कि आगे ऐसा नहीं होगा. अब आगे की जो भी कार्रवाई करनी है, वह उत्तर प्रदेश सरकार को करनी है''- चैतन्य प्रसाद, अपर मुख्य सचिव,गृह विभाग
'जितनी भी लाशें बरामद हुई हैं, उन सभी का डीएनए सैंपल लिया गया है. पहचान के लिए सैंपल का मिलन परिवार वालों से कराया जाएगा. पिछले 24 घंटे में सिर्फ 6 लाशें मिली हैं. इस मामले में यूडी केस बक्सर में दर्ज कराया गया है.'- संजीव कुमार सिंघल, बिहार के डीजीपी
यूपी एडमिनिस्ट्रेशन ने दिया आश्वासन
बक्सर के डीएम के द्वारा गाजीपुर और बलिया के डीएम से बातचीत की गई है. उन्होंने आश्वासन दिया है कि अब गंगा में लाशें नहीं मिलेगी. उन्होंने कहा कि जो महाजाल लगाया गया था, उसमें दो लाशें फंसी थी और उसके नीचे से 4 लाशें कुछ और दूरी पर आ गई थीं. उत्तर प्रदेश एडमिनिस्ट्रेशन ने हमें ये आश्वासन दिया है कि एक दो दिनों के अंदर गंगा में शव नहीं मिलेंगे.
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बता दें कि बक्सर, बलिया और गाजीपुर के गंगा घाटों पर लगातार शव मिल रहे हैं. उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के बाद अब उत्तर प्रदेश के ही बलिया जिले अंतर्गत नरही थाना क्षेत्र स्थित सुहाव ब्लॉक के 60 के डेरा गंगा घाट पर लगभग एक दर्जन शव मिले हैं. वहीं, बक्सर में सोमवार को महादेव घाट पर 4 दर्जन से अधिक लाशें एक किलोमीटर के दायरे में बिखरी पड़ी हुई मिली थीं. इनमें से कई लाशों को कुत्ते नोंचकर रहे थे. संदेह जताया जा रहा है कि जिन लोगों की कोरोना के कारण घर में ही मौत हो गई थी, उन्हें परिजनों ने गंगा किनारे फेंक दिया.