ग्वालियर। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के लिए 11वीं सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत 1 अप्रैल से चलने को तैयार है. खास बात यह है कि आगरा तक के ट्रायल में ट्रेन के सामने जानवर आने से ट्रेन की सामने की बॉडी डैमज हो गई, जिसे अब बदला जा रहा है. वंदे भारत ट्रेन को अत्याधुनिक बनाया गया है और बॉडी को इस तरह स्ट्रक्चर किया गया है कि एयरोडायनेमिक्स के सिद्धांतों का पूरी तरह से पालन करे, इससे स्पीड जल्दी पकड़ती है. पीएम मोदी के आने के पहले ट्रेन को फिर से ठीक किया जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ वंदे भारत को लेकर ग्वालियर वासियों को बड़ी सौगात मिली है. ट्रेन अब ग्वालियर में भी रुकेगी. इसको लेकर रेलवे बोर्ड ने भी औपचारिक घोषणा कर दी है. हालांकि स्टॉपेज मिलने के साथ ही चंबल अंचल में श्रेय लेने की राजनीति गरमा गई है. सिंधिया, तोमर और सांसद के बीच ट्रेन के स्टॉपेज को लेकर श्रेय लेने की होड़ मच गई है.
चंबल अंचल में श्रेय लेने की राजनीति:ग्वालियर चंबल अंचल के लिए यह बहुत ही बड़ी खुशखबरी है कि देश की सबसे सुपर फास्ट ट्रेन वंदे भारत का स्टॉपेज ग्वालियर हो गया है. अब ट्रेन ग्वालियर भी रुकेगी, लेकिन इस उपलब्धि पर ग्वालियर अंचल के नेता श्रेय लेने में लगे हैं. श्रेय लेने की होड़ केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और सांसद विवेक नारायण शेजवलकर के बीच छिड़ गई है. सोशल मीडिया पर इन तीनों नेताओं के समर्थक अपने-अपने नेता का श्रेय गिना रहे हैं.
सिंधिया, तोमर और सांसद में मची होड़: जैसे ही वंदे भारत ट्रेन की ग्वालियर स्टॉपेज होने की औपचारिक घोषणा हुई तो सबसे पहले सिंधिया महल के जनसंपर्क अधिकारी के केशव पांडे ने सोशल मीडिया पर प्रेस नोट डाला. वंदे भारत ट्रेन का ग्वालियर स्टॉपेज होने का श्रेय उन्होंने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को बनाया. इधर वंदे भारत ट्रेन के स्टापेज के बाद लोकसभा सदस्य विवेक नारायण शेजवलकर ने जहां केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात व ज्ञापन देने का जो फोटो रिलीज किया है, उससे यह स्पष्ट हो रहा है कि विवेक नारायण शेजवलकर ने निश्चित तौर पर प्रयास किये हैं. उसके बाद तीसरा प्रेस नोट केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का सोशल मीडिया पर आया. इस प्रेस नोट में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के प्रयासों से वंदे भारत का स्टॉपेज ग्वालियर हुआ है.