विजयवाड़ाः अगर हमसे कोई पूछता है कि किसी महीने के हफ्ते की किसी तीरख को कौन सा दिन होगा तो शायद हम उसका जवाब नहीं दे पाएंगे. लेकिन अगर आप ऐसा ही सवाल आठ वर्षीय मुनांगी हसिनी से पुछे तो वह तुरंत जवाब दे देगी.
मुनांगी, जो आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा की रहने वाली हैं, उन्होंने अपनी असाधारण स्मृति के लिए कई पुरस्कार जीते हैं. मुनांगी ने गणित में असाधारण बुद्धि का प्रदर्शन किया था, जिसके चलते वह चैंपियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स तक पहुंची थी. आपको बता दें, मुनांगी गणित के मैजिक स्कवैर को बिना बोर्ड को देखे मिनटों में हल कर लेती हैं.
चैंपियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल मुनांगी हसिनी पढ़ें-बाल यौन शोषणः खो रही है मानवता
मुनांगी को उनके 'भारतीय महिला' पर भाषण के लिए सम्मीनित भी किया गया है. गौरतलब है कि विजयवाड़ा राजकीय संगीत महाविद्यालय द्वारा आयोजित एक प्रतियोगिता को जीतकर मुनांगी दूसरी बार चैंपियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल हो गईं.
स्थानीय विधायक मल्लड़ी विश्नू ने मुनांगी को चैंपियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स स्मृति चिन्ह देकर साम्मानित किया और कहा कि सरकार इस तरह की प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करती है. साथ ही मुनांगी हसिनी को उनके भविष्य के लिए मदद भी प्रदान करने की बात कही.