नई दिल्ली/जैसलमेर: पुलवामा में CRPF जवानों पर हुए हमले के बाद देशभर में आक्रोश है. हालांकि, इसी बीच भारतीय वायुसेना ने युद्ध कौशल का शानदार प्रदर्शन किया है. राजस्थान के जैसलमेर में वायुसेना के जवानों ने देश के सबसे बड़े युद्धाभ्यास वायुशक्ति-2019 में अपने कौशल का प्रदर्शन किया.
सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत और विभिन्न देशों के रक्षा अधिकारियों की उपस्थिति में वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने कहा, ‘राजनीतिक नेतृत्व हमें जो भी जिम्मेदारी देता है, उस हिसाब से वायुसेना उपयुक्त जवाब देने के लिए सदैव तैयार है, और हम उसके अभियानों को अंजाम तक पहुंचाने के लिए हमेशा आगे रहेंगे.’
वायसुना प्रमुख ने कहा, ‘मैं राष्ट्र को उसकी सुरक्षा चुनौतियों को पूरा करने और उसकी संप्रभुता की रक्षा करने में वायुसेना की समर्थता और कटिबद्धता को लेकर आश्वास्त करना चाहता हूं.’
पुलवामा हमले के दो दिन बाद पाकिस्तान सीमा के समीप अपनी मारक क्षमता का प्रदर्शन करने के लिए वायुसेना ने करीब 140 लड़ाकू जेटों, जंगी हेलीकॉप्टरों और विभिन्न तरह की मिसाइलों का इस्तेमाल किया.
वायुसेना के शीर्ष सूत्रों ने बताया कि वैसे तो वायुशक्ति अभ्यास की योजना बहुत पहले बनी थी लेकिन यह अभ्यास लक्ष्यों को बिल्कुल सटीकता से भेदने की वायुसेना की क्षमता का प्रदर्शन है.
वायुसेना प्रमुख ने पाकिस्तान की ओर स्पष्ट रूप से इशारा करते हुए कहा, ‘वैसे तो बहुत कम लड़ाइयां लड़ी जाती हैं और वह भी काफी समय के बाद, लेकिन हमारे समक्ष सदैव एक गैर परंपरागत खतरा है क्योंकि दुश्मन को भी मालूम है कि वह पारंपरिक लड़ाई में हमें हरा नहीं सकता.’
मार्शल धनोआ ने कहा, ‘अतएव, आज हम दंडित करने, प्रतिकूल क्षेत्रों में सैनिकों को उतारने और वहां से उन्हें बाहर निकाल लेने में अपनी क्षमता दर्शा रहे हैं.’
इससे पहले वायुसेना के वाइस चीफ एयर मार्शल अनिल खोसला की उपस्थिति में दो दिन पूर्व गुरूवार को वायु शक्ति का पोकरण में फुल ड्रेस रिहर्सल किया गया था.
इसके बाद शनिवार को इसके माध्यम से वायुसेना ने अपना शक्ति प्रदर्शन किया. युद्धाभ्यास में पहली बार स्वदेशी अटैक हेलिकॉप्टर रूद्र सहित 150 से अधिक लड़ाकू विमानों का प्रदर्शन किया गया.