नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा में बुधवार को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर न्यास के गठन से जुड़ी घोषणा की. उन्होंने कहा कि न्यास का नाम 'श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र' ट्रस्ट होगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि श्रद्धालुओं की संख्या और भावना को ध्यान में रखते हुए उनकी सरकार ने एक और फैसला लिया है कि अयोध्या में कानून के तहत अधिकृत भूमि जो लगभग 67.037 एकड़ में फैली है, जिसमें भीतरी और बाहरी आंगन भी सम्मलित है, उसे नवगठित श्रीराम तीर्थ क्षेत्र को हस्तानंतरित किया जाएगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने सदन में कहा कि नौ नवंबर को फैसला आने के बाद सभी देशवासियों ने अपने लोकतांत्रिक व्यवस्था पर पूर्ण व्यवहार जताते हुए परिपक्वता का उदाहरण दिया था. इसके लिए उन्होंने सभी देशवासियों की प्रशंसा की.
इस घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने इसे ऐतिहासिक बताया. इसको लेकर उन्होंने एक के बाद एक कई टवीट किए.
शाह द्वारा किया गाया ट्वीट
उन्होंने लिखा, श्री राम जन्मभूमि पर सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार आज भारत सरकार ने अयोध्या में राम के भव्य मंदिर के निर्माण की दिशा में अपनी कटिबद्धता दिखाते हुए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र नाम से ट्रस्ट बनाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है.
गृह मंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री मोदी का अभिनन्दन भी किया और कहा कि यह देश के लोगों के लिए अत्यंत हर्ष और गौरव का दिन है.
यह ट्रस्ट् अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर निर्माण और उससे जुड़े सभी मुद्दों पर फैसला लेने के लिए स्वंत्रत होगा. सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार सुन्नी वक्फ बोर्ड के लिए पांच एकड़ जमीन उत्तरप्रदेश सरकार को देने के लिए कहा गया है, जिसे प्रदेश सरकार देने के लिए तैयार हो गई है.
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अयोध्या से 18 किलोमीटर दूर धन्नीपुर गांव में मस्जिद निर्माण के लिए जमीन दी जाएगी. ये स्थान सोहावल तहसील के अंतर्गत आता है, जो अयोध्या-लखनऊ हाईवे पर स्थित है.