चंडीगढ़ : हरियाणा विधानसभा के चुनावी नतीजों में बड़े-बड़े दिग्गज नेताओं को शिकस्त मिली है. इस बार के चुनाव में किसी को भी स्पष्ट बहुमत प्राप्त नहीं हुआ है.
हालांकि भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. वहीं जेजेपी इस बार राज्य में 'किंगमेकर' का रोल अदा करने का दावा कर रही है. पार्टी अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला का कहना है कि इस बार विधानसभा की सत्ता के ताले की चाबी उनके हाथ में है. वहीं दूसरी तरफ राजनीति के कई धुरंधर पुराने और नए चेहरे भी चुनाव में हार गए. आइए, जानें वो कौन-कौन से नेता हैं जिन्हें चुनावी पटखनी मिली है.
कविता जैन
हरियाणा के सोनीपत सीट से भारतीय जनता पार्टी ने मंत्री कविता जैन को चुनावी मैदान में उतारा था. जैन के सामने कांग्रेस ने चंद महीने पहले पार्टी में आए सुरेंद्र पंवार को मैदान में उतारा.
सोनीपत सीट से मंत्री कविता जैन चुनाव हार चुकी हैं. इस सीट पर पिछले दो बार वर्ष 2009 व 2014 से लगातार कविता जैन जीत दर्ज कर चुकी हैं. वह बीजेपी की सरकार में इकलौती महिला मंत्री हैं. रणदीप सुरजेवाला
कैथल सीट से कांग्रेस उम्मीदवार रणदीप सुरजेवाला चुनाव हार गए हैं. वह कांग्रेस पार्टी में कद्दावर नेता माने जाते हैं. सुरजेवाला को मात्र 567 वोटों से हार मिली. उन्हें बीजेपी के लीलाराम ने परास्त कर दिया.
बबीता फोगाट
चरखी दादरी सीट पर कई लोगों की नजर थी. क्योंकि यहां से जानी-मानी रेसलर और बीजेपी उम्मीदवार बबीता फोगाट चुनावी मैदान में थीं. लेकिन उन्हें एक निर्दलीय उम्मीदवार सोमबीर ने चुनावी मैदान में करारी शिकस्त दी है.
सोनाली फोगाट
दूसरी तरफ, हरियाणा की आदमपुर सीट पर भाजपा की टिक टॉक स्टार सोनाली फोगाट का जलवा जनता के बीच नहीं चला.
यहां उन्हें अपने प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी कुलदीप बिश्नोई से हार का सामना करना पड़ा.
योगेश्वर दत्त
बीजेपी के एक और रेसलर उम्मीदवार योगेश्वर दत्त भी चुनाव हार गए. उन्हें कांग्रेस के श्री कृष्ण ने चुनावी पटखनी दी.