हैदराबाद : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने ट्यूबरक्लॉसिस (टीबी) से होने वाली मौतों पर कोरोना महामारी के पूर्वनिर्धारित प्रभाव को लेकर एक पत्र प्रकाशित किया है.
यह पत्र मुख्य रूप से वैश्विक टीबी के मरीजों की संख्या का पता लगाने और इसकी मृत्यु दर का अनुमान लगाने के लिए प्रकाशित किया गया है.
शोध में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी के जवाब में व्यापक रूप से अपनाई गई नीतियां विशेषकर लॉकडाउन और स्वास्थ्य कर्मियों और उपकरणों के पुनर्मूल्यांकन टीबी की रोकथाम और देखभाल कार्यक्रमों के प्रदर्शन को प्रभावित कर रहे हैं.
संगठन का कहना है कि इन तीन महीनों की अवधि में वैश्विक टीबी के मरीजों का पता लगाने के मामलो में 25% की कमी आई है.
भारत में टीबी से होने वाली मौतों का अनुमान
भारत में 22 मार्च के बाद पिछले हफ्तों में टीबी के मामलों में 75% की गिरावट आई है. 22 मार्च से पहले हफ्तों में टीबी के 45,875 मामले सामने आए थे, वहीं लॉकडाउन के बाद 11,367 मामले सामने आए हैं.