हैदराबाद : असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरूण गोगोई का 86 वर्ष के उम्र में निधन हो गया है. गोगोई का इलाज गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज (जीएमसीएच) में चल रहा था. वह असम के तीन बार मुख्यमंत्री रहे. तरूण गोगोई सबसे अधिक समय तक असम के मुख्यमंत्री रहे. तरूण गोगोई 2001 से 2016 तक लगातार तीन बार असम के मुख्यमंत्री रहे. आइए जानते हैं गोगोई के राजनीतिक सफर के बारे में..
अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने राज्य में उग्रवाद पर अंकुश लगाने में कामयाबी हासिल की. उन्होंने यह भी दावा किया कि असम के 85 लाख से अधिक लोगों को उनके कार्यकाल के दौरान रोजगार मिला.
जन्म
तरूण कुमार गोगोई का जन्म 11 अक्टूबर 1936 को असम में जोरहाट जिले के टी-एस्टेट में हुआ था. गोगोई के पिता का नाम कमलेश्वर गोगोई था.
प्रारंभिक शिक्षा
तरूण गोगोई ने जोरहाट के गवर्नमेंट ब्यॉयज स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा पूरी करके जे.बी कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की. इसके बाद गोगोई ने गौहाटी विश्वविद्यालय से वकालत की पढ़ाई की. वह एक छात्र नेता थे और जेबी कॉलेज और असम इंटर कॉलेज के छात्र संघ के उपाध्यक्ष थे. जोरहाट कॉलेज संघ के संयुक्त सचिव के रूप में भी सेवा की और छात्र संघ के अध्यक्ष भी रहे.
पहली बार 1968 में गोगोई जोरहाट के नगर परिषद के लिए चुने गए.
शादी
तरूण गोगोई की शादी डॉली से शादी हुई थी. उनके एक बेटा और एक बेटी भी हुई.
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राजनीतिक करियर
जोरहाट विधानसभा से 1971 में पाचवीं लोक सभा के लिए एक सांसद पद पर निर्वाचित होने के बाद राजनीतिक सफर शुरू हुआ.
1976 तक वह अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव रहे. इसके बाद 1977 और 1983 में छठवीं और सातवीं लोक सभा के लिए दो बार कलियाबोर लोक सभा सीट से चुने गए.
1985 में उन्हें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का महासचिव बनाया गया. गोगोई 1986 से 1990 तक चार साल के लिए असम की प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष के रूप में सेवा प्रदान की.