पटना: लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) चीफ चिराग पासवान ने कहा है कि लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों की स्थिति बेहद दयनीय है. इसलिए वे उम्मीद करते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उचित कदम उठाकर मजदूरों को उस खराब स्थिति से बाहर निकालें. ईटीवी भारत के रीजनल एडिटर ब्रज मोहन सिंह से खास बातचीत करते हुए चिराग ने कहा कि चूकि एलजेपी सरकार में शामिल नहीं है, इसलिए वे पत्र के जरिए ही सीएम को अहम सुझाव देते रहते हैं.
पत्र के जरिए दिया सरकार को सुझाव
एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि बिहार में एनडीए की सरकार का सहयोगी होने के नाते वे समस्याओं से मुख्यमंत्री को रुबरू कराते रहते हैं. अभी लॉकडाउन के दौरान भी उन्होंने सरकार को पत्र लिखकर प्रवासी मजदूरों की समस्याओं को लेकर सुझाव दिए हैं. चिराग ने कहा कि इस पत्र के माध्यम से उन्होंने आग्रह किया है कि जो मजदूर जिस राज्य में रह रहे हैं, वहां के मुख्यमंत्री से बात कर उन लोगों के रहने-खाने की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं. साथ ही मजदूरों को लाने की व्यवस्था करें. इसके अलावे जो मजदूर लौट रहे हैं, उनके स्वास्थ्य की जांच कर क्वारंटाइन में रखा जाए ताकि मजदूरों पर कोरोना फैलाने का आरोप न लगे.
सरकार को समर्थन, लेकिन कैबिनेट का हिस्सा नहीं
चिराग पासवान ने कहा कि एनडीए का हिस्सा होने के नाते एलजेपी जरूर नीतीश सरकार को समर्थन दे रही है, लेकिन हमलोग मंत्रिमंडल का हिस्सा नहीं हैं. ऐसे में हम नीतिगत मामलों के साझेदार नहीं हैं. इसके बावजूद समय-समय पर हमलोग सरकार को सुझाव देते रहते हैं. सरकार से हमने पहले भी मांग की है कि हमें इस बात की सटीक जानकारी होनी चाहिए कि कितनी संख्या में बिहार के श्रमिक अन्य राज्यों में काम कर रहे हैं.
आर्थिक पैकेज से होगा फायदा
जमुई सांसद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष आर्थिक पैकेज का स्वागत करते हुए कहा कि उम्मीद करता हूं कि सभी वर्गों को इसका लाभ मिलेगा. खासकर गरीब-मजदूर और किसानों को इस पैकेज से राहत मिलेगी.