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संत ईश्वर फाउंडेशन ने किया भारतीय सेना समेत कई समाजसेवियों का सम्मान

संत ईश्वर फाउंडेशन ने सेवा भारतीय के सहयोग से संत ईश्वर सम्मान 2019 का आयोजन किया. इसमें कुल सत्रह व्यक्तिओं और संस्थाओं को सम्मानित किया गया, जबकि भारतीय सेना को विशिष्ट सेवा सम्मान से नवाजा गया. विस्तार से पढ़ें पूरी खबर...

संत ईश्वर सम्मान

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Published : Nov 18, 2019, 6:22 PM IST

नई दिल्ली : संत ईश्वर फाउंडेशन ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की इकाई सेवा भारती के सहयोग से संत ईश्वर सम्मान 2019 का आयोजन एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में किया गया. संत ईश्वर फाउंडेशन संस्था ने भारतीय सेना को विशिष्ट सेवा सम्मान से नवाजा है. इतना ही नहीं, इस संस्था ने देश के सदूर ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, पर्यावरण, महिला सशक्तीकरण आदि के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले कुल सत्रह व्यक्तिओं और संस्थाओं को सम्मानित किया है.

विशिष्ट सेवा सम्मान के तहत पांच लाख रुपये और सेवा सम्मान के तहत एक एक लाख रुपये इन समाजसेवियों/संस्थाओं को वितरित किया गया.

सम्मान समारोह में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह-सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल और केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे.

संत ईश्वर सम्मान 2019

संत ईश्वर सम्मान के बारे में जानकारी देते हुए फाउंडेशन के प्रबंध न्यासी कपिल खन्ना ने बताया कि संस्था वर्ष 2013 से ये सम्मान समारोह आयोजित करती आ रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि इस सम्मान की विशेष बात ये है कि इसमें उन लोगों या संस्थाओं को सम्मानित किया जाता है, जिनके कार्य के बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी हो पाती है.

भारतीय सेना को ये सम्मान सियाचीन ब्रिगेड द्वारा पर्यावरण के क्षेत्र में किये गए उल्लेखनीय कार्य के लिए दिया गया है.

केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि जिस तरह से संस्था लोगों को चयनित करती है, वो सराहनीय है. बिना किसी सरकारी मदद की आस के इन लोगों ने सामाजिक क्षेत्र में इतने बड़े काम किये हैं, इसका अभिनंदन होना चाहिये.

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आरएसएस के सह सरकार्यवाह ने अपने संबोधन में कहा कि जो दूसरे के कष्टों को महसूस कर सकता है. वही, समाज के लिये काम कर सकता है.

ये लोग अपने कष्टों को ले कर किसी के पास मदद के लिए नहीं गए, न ही किसी को दोष दिया या मोर्चा निकाला अपितु ये अपने सीमित संसाधनों के साथ ही समाज के लिए कार्य करने में जुट गए.

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