नई दिल्ली :कहते हैं कि इंसान के अंदर अगर जज्बा हो तो तमाम मुश्किलों को पार करके आगे बढ़ जाता है. कुछ ऐसी ही कहानी है 51 वर्षीय कमलकांत शर्मा की, जिनकी 2018 में हार्ट सर्जरी हुई थी और कृत्रिम वाल्व के सहारे वह आज तक जीवित हैं. खास बात यह है कि उन्होंने कृत्रिम वाल्व लगा होने के बावजूद न केवल इस बीमारी से उबरे बल्कि पहाड़ों में जा कर ट्रेकिंग की. इतना ही नहीं उन्होंने दिसंबर 2019 में 750 किलोमीटर की साइकिलिंग कर अपना नाम 'इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स' में भी दर्ज कराया है.
कमलकांत शर्मा दिल्ली के मॉडल टाउन इलाके में रहते हैं और प्रिंटिंग प्रेस चलाते हैं. 2018 में जब उन्हें दिल से संबंधित बीमारी का पता चला, तो परिवार के मुखिया होने के नाते वह घबरा गए, लेकिन सर्जरी होने के छह माह बाद से ही कमल ने खुद को पहले से मजबूत बनाना शुरू किया.
साइक्लिंग, ट्रेकिंग और रनिंग का शौक रखने वाले कमलकांत ने 200 किलोमीटर की राइड तो पहले भी की थी, लेकिन दिसंबर 2019 में इन्होंने गोल्डन ट्रायंगल (दिल्ली-आगरा-जयपुर) की यात्रा साइकिल से पूरी की, जो 750 किलोमीटर है.
इस उपलब्धी के लिए कमलकांत का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया और उन्हें कई बार सम्मानित भी किया जा चुका है.
गिनीज बुक में नाम दर्ज कराने की तैयारी