नई दिल्ली: रेलमंत्री पीयूष गोयल ने तीन लाख रेलवे कर्मचारियों की छंटनी की सूचना को 'बिना किसी तथ्य का झूठ' बताया है. उन्होंने बताया कि, 'पिछले वर्षों में भी यह रूटीन अभ्यास किया गया था. कर्मचारियों की संख्या में कोई भी कटौती नहीं की जा रही है.'
बता दें ऐसी एक जानकारी मिली थी की जिन कर्मचारियों की उम्र 55 वर्ष से अधिक है. उन सभी कर्मचारियों का सर्विस रिकार्ड खंगाल कर खराब प्रदर्शन पर समय पूर्व अवकाश दिया जाएगा.
रेलमंत्री पीयूष गोयल ने स्पष्टीकरण देते हुए बताया, 'यह एक रुटीन जांच है. सभी रेलवे जोन में कर्मचारियों के प्रदर्शन का पुनर्मूल्यांकन के लिए पत्र जारी किए गए हैं. इसके माध्यम से सेवा शर्तों के अनुसार रेलवे कर्मचारियों का प्रदर्शन का नियमित जांच किया जाता है.'