नई दिल्ली : बिहारी मजदूरों को बिहार वापस लाने को लेकर बिहार सरकार ने हाथ खड़े कर दिए हैं. उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने केंद्र सरकार से गुहार लगाई है. उन्होंने कहा है कि बगैर विशेष ट्रेन के दूसरे राज्यों से मजदूरों को बिहार लाना संभव नहीं है. वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सभी उपायुक्तों को निर्देश दिया कि वह लॉकडाउन के कारण राज्य में फंसे प्रवासी मजदूरों का डेटा तैयार करें. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मजदूरों के परिवहन के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था करने का आग्रह किया.
विशेष ट्रेन के बगैर बिहारी मजदूरों को लाना संभव नहीं
केंद्र सरकार ने नीतीश कुमार की पहल के बाद दूसरे राज्यों से मजदूरों को वापस बुलाने को लेकर सहमति दे दी है. लेकिन बिहार सरकार ने हाथ खड़े कर दिए हैं.
जानकारी के लिए बता दें, बिहार के बाहर 30 लाख से ज्यादा बिहारी मजदूर फंसे हैं और बिहार सरकार के पास इतने संसाधन नहीं हैं कि वह उन्हें वापस ला सके.
विशेष ट्रेन चलाने की जरूरत
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि बड़ी संख्या में बिहार के लोग दूसरे राज्यों में फंसे हैं. तमिलनाडु, केरल, गुजरात, महाराष्ट्र जैसे राज्यों में बड़ी संख्या में मजदूर हैं.
ऐसी परिस्थितियों में मजदूरों को बसों के सहारे वापस नहीं लाया जा सकता. केंद्र सरकार विशेष ट्रेन चलाए ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए मजदूरों को बिहार वापस लाया जा सके.