अहमदाबाद : गुजरात में छह नगर निगमों में होने वाले चुनाव से पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल के बयान ने टिकट पाने की उम्मीद रखने वालों की बेचैनी बढ़ा दी है. दरअसल पाटिल ने कहा कि 60 साल से ऊपर के उम्मीदवार और जो लगातार तीन बार जीते हैं, उन्हें टिकट नहीं दिया जाएगा. साथ ही बीजेपी नेताओं के परिजनों और बच्चों को टिकट नहीं दिए जाने का ऐलान किया है. इससे वरिष्ठ नेताओं के भविष्य पर सवालिया निशान लग गया है.
कई वरिष्ठ नेताओं के राजनीतिक करियर पर विराम लगता दिख रहा है. दिलचस्प बात ये है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जिन्होंने 60 साल वाला बयान दिया है वह खुद 65 साल के हैं. साथ ही एक सांसद के रूप में उनके तीन कार्यकाल हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि ये उम्रदराज नेता जिनको टिकट नहीं मिलेगा, क्या ये तब भी पार्टी के लिए काम करते रहेंगे या कांग्रेस और अन्य पार्टियों का रुख करेंगे?
अहमदाबाद में 23 से ज्यादा नगरसेवक 60 साल से ऊपर
अहमदाबाद की बात करें तो 23 से अधिक नगरसेवक 60 वर्ष से अधिक उम्र के हैं. ये सभी नेता वरिष्ठ हैं जो काफी समय से भाजपा से जुड़े रहे हैं. दूसरी ओर जिन लोगों ने पांच बार जीत दर्ज की है उनमें वासना से अमित शाह, खड़िया से कृष्णवदन ब्रह्मभट्ट और मयूर दवे शामिल हैं.
जो चार बार जीते हैं उनमें सरदारनगर से बिपिन सिक्का, नारनपुरा से गौतम शाह, बैजपुर से दिनेश मकवाना, खोखरा से महेंद्र पटेल, शालीनगर से प्रवीण पटेल, असरवा से बिपिन पटेल और वस्त्राल से मधुबेन पटेल हैं. 11 नेता ऐसे हैं जो तीन से ज्यादा बार जीते हैं. ऐसे में इन सभी को इस चुनाव में टिकट नहीं मिलने वाला है.
एएमसी के 33 नगरसेवकों में तीन पूर्व महापौर, पूर्व उप महापौर और पूर्व स्थायी समिति अध्यक्ष शामिल हैं जिन्हें टिकट नहीं मिलता दिख रहा है. साथ ही, 15 महिला नगरसेवक हैं जिन्हें टिकट नहीं मिलेगा.
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