अहमदाबाद : गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने लॉकडाउन के अगले चरण में और अधिक ढील देने का संकेत देते हुए गुरुवार को कहा कि आर्थिक गतिविधियां भी महत्वपूर्ण हैं. लोग अब महामारी से डर कर घरों में बैठे रहने का जोखिम नहीं उठा सकते.
पटेल ने यहां मीडिया से बातचीत में कहा कि राज्य सरकार और अधिक ढील देने के पक्ष में है ताकि लॉकडाउन से प्रभावित लोग अपने काम-धंधे शुरू कर सकें.
उप मुख्यमंत्री ने कहा, 'अगर हम लोगों को उनके कामकाज से दूर रखेंगे तो यह उनके और उनके परिवार के लिए नुकसानदेह साबित होगा. अगर यही हाल रहा तो इससे राज्य की आर्थिक हालत भी बिगड़ जाएगी.'
पटेल ने कहा, 'हमारी सरकार ने आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाए हैं और वह पहले भी कुछ छूट दे चुकी है.'
लॉकडाउन का मौजूदा चरण 17 मई को खत्म हो जाएगा और केन्द्र सरकार के मुताबिक इसका अगला चरण नए रूप में सामने आएगा.
गुजरात के डिप्टी सीएम बोले- लोग कोरोना के डर से घरों के भीतर नहीं रह सकते - घर पर रहने का जोखिम
कोरोना महामारी के कारण जारी लॉकडाउन के चलते लोग अपने-अपने घरों के भीतर रहने को मजबूर हैं. इसी पर गुजरात के डिप्टी सीएम का कहना है कि लोग कोरोना वायरस से डर कर घरों के भीतर रहने का जोखिम नहीं उठा सकते. उन्होंने यह बात क्यों कही? इसके लिए पढ़ें पूरी खबर...
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पटेल ने संकेत दिए कि राज्य की भाजपा सरकार कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जारी रखते हुए लॉकडाउन में और अधिक ढील देने पर विचार कर रही है.
गुजरात में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के 9,600 मामले सामने आ चुके हैं.
पटेल ने कहा, 'आर्थिक गतिविधियां भी महत्वपूर्ण हैं. लोग अब कोरोना वायरस से डरकर से घर पर बैठने का जोखिम नहीं उठा सकते. हमारी सरकार की भी यही सोच है. यह लोगों को उनकी आजीविका कमाने में मदद करने का समय है.'