हैदराबाद : दुनियाभर में कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन है. लॉकडाउन की वजह सभी को घरों में रहना पड़ रहा है. कोरोना वायरस के प्रकोप के बाद लोगों को एक जगह एकत्रित होने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा गया है. कोरोना संकट के इस दौर में टेलीमेडिसिन ने व्यापक लोकप्रियता हासिल करना शुरू कर दिया है, क्योंकि यह रोगियों को दूरसंचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से डॉक्टरों से जुड़ने में मदद कर रहा है.
एक अंतरराष्ट्रीय पत्रिका के अनुसार मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल में सेंटर फॉर टेलीहेल्थ के निदेशक लीएच श्वामम और पार्टनर्स हेल्थकेयर में वर्चुअल केयर के उपाध्यक्ष और उनके सहयोगियों का मानना है कि वर्चुअल केयर समय और दूरी की बाधाओं को दूर करके देखभाल प्रदान करने के लिए बहुत उपयोगी है. देखभाल प्रदान करने के लिए पारंपरिक तरीकों से अधिक सुविधाजनक, कम लागत, विशेष रूप से एक महामारी के दौरान.
लीएच श्वामम सुझाव देते हैं कि स्वास्थ्य प्रणालियों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वह इस डिजिटल इनोवेशन के लाभों को अभी और निकट भविष्य में इन-पेशेंट और एंबुलेटरी केयर डिलीवरी को फिर से डिजाइन करें.
पत्रिका पार्टनर्स हेल्थकेयर में पेश किए गए वर्चुअल केयर इनोवेशन के दायरे और पहुंच का वर्णन करती है और वर्चुअल केयर टूल्स को लागू करने पर अन्य स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों को मार्गदर्शन भी प्रदान करती है. यह महामारी के दौरान और बाद में उनके उपयोग के लिए चुनौतियों का सामना करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है.