नई दिल्ली : देशभर में कोरोना वायरस की रोकथाम के मकसद से 16 मार्च को विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया था. केंद्र सरकार ने 25 मार्च से राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन की घोषणा की थी. सरकार ने आठ जून से अनलॉक की शुरुआत के क्रम में विभिन्न चरणों में अनेक पाबंदियों में क्रमिक ढील देनी शुरू की, लेकिन शिक्षण संस्थानों को बंद रखा गया. बहरहाल अनलॉक के ताजा दिशानिर्देशों में कोविड-19 निषिद्ध क्षेत्रों के बाहर स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शिक्षण संस्थानों को 15 अक्टूबर के बाद पुन: खोलने की अनुमति दे दी गई. संस्थानों को पुन: खोलने का अंतिम निर्णय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों पर छोड़ा गया है.
दिल्ली में 31 के बाद होगा विचार, यूपी में 19 से खुलेंगे
दिल्ली सरकार ने स्कूलों को यथावत 31 अक्टूबर तक बंद रखने का फैसला किया है. इसके बाद हालात की समीक्षा की जाएगी. उत्तर प्रदेश सरकार ने घोषणा की है कि निषिद्ध क्षेत्रों के बाहर के स्कूल नौवीं से बारहवीं तक की कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए 19 अक्टूबर से पुन: खोले जा सकेंगे. उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि कक्षाएं पालियों में होंगी और भौतिक दूरी रखने तथा परिसरों की उचित साफ-सफाई रखने जैसे सभी आवश्यक प्रोटोकॉल का पालन करना होगा. छात्रों को अपने माता-पिता या अभिभावकों की लिखित अनुमति जमा करने के बाद ही कक्षाओं में आने की इजाजत होगी.
स्कूलों को खोलने की जल्दबाजी नहीं : कर्नाटक सरकार
कर्नाटक सरकार ने कहा है कि उसे स्कूलों को पुन: खोलने की कोई हड़बड़ी नहीं है और वह सभी पहलुओं का अध्ययन करने के बाद इस बारे में निर्णय लेगी. कर्नाटक के प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री एस. सुरेश कुमार ने कहा कि हमारी सरकार और शिक्षा विभाग को किसी भी परिस्थिति में स्कूलों को पुन: खोलने की जल्दबाजी नहीं है. हमारे बच्चों की सेहत और सुरक्षा हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है.
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