मेरठ: उत्तराखंड के हरिद्वार से आगामी 17 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू हो जाएगी. कांवड़ यात्रा के दौरान भगवान शिव पर आस्था रखने वाले लोग उत्तर प्रदेश के मेरठ के रास्ते से उत्तराखंड के हरिद्वार जाएंगे.
भारत में सालों से गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल दी जाती रही है. इसी की एक बानगी है उत्तर प्रदेश के मेरठ का एक परिवार. दरअसल, मेरठ का ये परिवार हर साल होने वाली कांवड़ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं के लिए कांवड़ तैयार करता है. यह परिवार पीढ़ी दर पीढ़ी इस काम को पूरी श्रद्धा के साथ बखूबी अंजाम दे रहा है.
खास बात यह है कि सावन महीने में कांवड़ यात्रा के श्रद्धालुओं के लिए कांवड़ बनाने वाला मेरठ का यह मुस्लिम परिवार दशहरा में रावण का पुतला भी तैयार करता है.
इस परिवार के एक सदस्य मोहम्मद सौहेल ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि इनका पूरा परिवार कांवड़ बनाने का काम करता है. उनका पूरा परिवार करीब एक महीने पहले ही कांवड़ तैयार करने में लग जाता है और पूरे जोश और जज्बे के साथ कांवड़ तैयार करता है.
सौहेल ने बताया कि वो हर साल कांवड़ तैयार कर उत्तराखंड के देहरादून में ले जाकर राम और शिव के भक्तों को बेचते हैं. उन्होंने बताया कि उनसे पहले उनके पूर्वज भी कांवड़ बनाने का व्यापार करते थे. उन्होंने कहा 'कांवड़ यात्रा में बूढ़े, बच्चे, युवा और महिलाएं सभी शामिल होते हैं. इस लिए इस बार उन्होंने कांवड़ बनाते समय वजन का भी ख्याल रखा है.'