देवरिया: उत्तर प्रदेश के देवरिया स्थित जिला अस्पताल इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. रविवार को एक और 11 साल की मासूम बच्ची का अस्पताल परिसर में पोछा लगाते हुए वीडियो वायरल हो रहा है.
रविवार को वायरल वीडियो में एक बच्ची महिला वार्ड की गैलरी में सफाई कर रही है. बताया जा रहा है कि यह बच्ची अपनी मां का इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल आई थी. मां को महिला वार्ड में भर्ती कराया गया था. मासूम बच्ची की मां की तबीयत इतनी खराब थी कि उन्होंने गैलरी में ही पेशाब कर दी. इस पर नाराज कर्मचारियों ने उनके साथ मौजूद बच्ची को ही पोछा थमा दिया और सफाई करने को कहा.
अस्पताल में पोछा लगाती बच्ची बच्ची जब फर्श साफ कर रही थी, इसी दौरान किसी ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया. वीडियो वायरल होने के बाद रविवार को न तो बच्ची अस्पताल में दिखी और न ही उसकी मां. सफाई करने वाली बच्ची कहां की है, इसका अभी तक पता नहीं चल सका है.
प्राइवेट कम्पनी के पास है अस्पताल का ठेका
बाबू मोहन सिंह जिला अस्पताल में सफाई के लिए एक प्राइवेट कंपनी को ठेका दिया गया है. कागजों में यहां तीन चार दर्जन से अधिक सफाई कर्मचारियों को कंपनी ने सफाई के लिये नियुक्त किया है, लेकिन मौके पर कोई नजर नहीं आता है. अधिकारियों की मिली भगत से यहां का सफाई कार्य राम भरोसे है. अस्पताल परिसर के पुरुष मेडिकल, पुरुष सर्जिकल, चिल्ड्रेन, महिला मेडिकल, महिला सर्जिकल समेत पूरे परिसर की साफ-सफाई की जिम्मेदारी इस प्राइवेट कम्पनी की है.
कड़ी कार्रवाई का आश्वासन
वहीं इस मामले पर सीएमएस छोटे लाल ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. इस वायरल वीडियो की जांच कराई जा रही है, जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
हाल में बाबू मोहन सिंह जिला अस्पताल में अधिकारियों व कर्मचारियों की उदासीनता के कारण 6 साल के मासूम का भी वीडियो वायरल हुआ था. वायरल वीडियो में बच्चा अपने घायल नाना को स्ट्रेचर पर ले जाते हुए नजर आया था. दरअसल, कर्मचारियों को रिश्वत न देने के कारण उसे ऐसा करना पड़ा था. उसकी मां ने एक दिन 30 रुपये देने से मना कर दिया था, तो कर्मचारियों ने मरीज को ड्रेसिंग रूम तक पहुंचाने से इनकार कर दिया था. इस मामले में आलाधिकारियों ने खानापूर्ति करते हुए सफाई कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की, लेकिन हालात अभी भी वही हैं.