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असम NRC प्रकाशन की तारीख पर यह क्या बोल गए मोदी के मंत्री - सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोेर्ट ने NRC प्रकाशन करने की तारीख घोषित कर दी है.इस फैसले एक दिन बाद राज्यसभा में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने ऐसा बयान दिया जिससे उनकी जानकारी पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं.

गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय

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Published : Jul 24, 2019, 11:59 PM IST

दिल्लीः उच्चतम न्यायालय ने असम में राष्ट्रीय नागरिक पंजी के अंतिम प्रकाशन की समय सीमा को बढ़ाकर 31 अगस्त कर दी है. लेकिन मोदी सरकार के मंत्री ने राज्यसभा में कहा कि एनआरसी 31 जुलाई को प्रकाशित किया जाएगा. उनका यह बयान चौकाने वाला है. इस पर सीपीएम के पूर्व सांसद ने चुटकी ली है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के मंत्री में जानकारी की कमी है.

ईटीवी भारत से बात करते सीपीआई नेता हनन मुल्ला

गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने एनआरसी के प्रकाशन को लेकर सुप्रीम कोर्ट से इतर बयान दिया है. उन्होंने राज्यसभा में कहा कि असम एनआरसी का प्रकाशन 31 जुलाई को किया जाएगा. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर(NRC) के प्रकाशन के 31 अगस्त तय किया है .

सीपीएम के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद हनन मुल्ला ने ईटीवी भारत से कहा कि इससे पता चलता है कि केंद्र सरकार के मंत्री नई जानकारी से अपडेट नहीं है. सरकार देश का नेतृत्व कर रही है. इस बात सभी लोग अवगत है कि सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय दिया था कि NRC को 31 अगस्त को प्रकाशित किया जाए.

मुल्ला ने कहा कि सरकार NRC के नाम पर लोगों की भावनाओं से खेल रही है.

मुल्ला ने कहा कि NRC मुद्दे को वैज्ञानिक दृष्टि कोण से देखना चाहिए. कोर्ट को भी इस मामले पर भी गौर करना चाहिए कि रोहिंग्या को अल्पसंख्यक में तब्दील किया जायेगा.

हालांकि राय टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रेइन द्वारा उठाए गए एक प्रश्न का उत्तर दे रहे थे.

पढ़ेंःअसम एनआरसी : सुप्रीम कोर्ट ने 31 अगस्त तक बढ़ाई समय सीमा

राय ने आगे कहा कि ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं है कि NRC के कारण असम में लोग आत्महत्या कर रहे हैं.

राय ने सदन को सूचित किया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार NRC में 31 जुलाई, 2018 को 2,89,83,677 व्यक्तियों को शामिल करते हुए पूरा ड्राफ्ट प्रकाशित हुआ.

40लाख 70 हजार 707 लोग NRC समावेश के कारण ड्राफ्ट में शामिल नहीं है. एक अतिरिक्त ड्राफ्ट को 26 जून 2019 को प्रकाशित किया गया. इस ड्राफ्ट में 1 लाख 2 हजार 462 लोग है. जिनके नाम इस NRC ड्राफ्ट में शामिल किए गए थे वे बाद में NRC सदस्य के लिए अपात्र पाए गए.

पढे़ंःअसम NRC : विदेशी (न्यायाधिकरण) से मौलिक अधिकारों के हनन का खतरा, SC ने केंद्र से जवाब मांगा

राय ने यह भी बताया कि 25 सितंबर, 2018 से शुरू होने वाले ड्राफ्ट पर दावे और आपत्तियों करने की प्रक्रिया 31 दिसंबर, 2018 को समाप्त हो गई.

दावों और अपत्तियों के निदान के बाद सुप्रीम कोर्ट के द्वारा दिए गए 24 जनवरी 2019 के आदेश के अनुसार 31 जुलाई को NRC प्रकाशित करने के लिए कहा गया था.

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